सुशांत मामले में केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र को बदनाम करने की रची साजिश : कांग्रेस

महाराष्ट्र कांग्रेस ने शनिवार को केंद्र सरकार पर बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में राज्य को बदनाम करने की साजिश रचने का आरोप लगाया और साजिशकर्ताओं को पकड़ने के लिए एक एसआईटी गठित करने की मांग की है . भाजपा ने हालांकि इन आरोपों से इनकार किया है और कहा कि वह राजपूत के लिए न्याय चाहती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 3, 2020 7:11 PM

महाराष्ट्र कांग्रेस ने शनिवार को केंद्र सरकार पर बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में राज्य को बदनाम करने की साजिश रचने का आरोप लगाया और साजिशकर्ताओं को पकड़ने के लिए एक एसआईटी गठित करने की मांग की है . भाजपा ने हालांकि इन आरोपों से इनकार किया है और कहा कि वह राजपूत के लिए न्याय चाहती है.

गौरतलब है कि एम्स के मेडिकल बोर्ड ने राजपूत की मौत को “आत्महत्या से हुई मौत का मामला” करार दिया, जिसके बाद कांग्रेस ने ये आरोप लगाए हैं. सीबीआई को दी अपनी अंतिम रिपोर्ट में, फोरेंसिक डॉक्टरों की छह-सदस्यीय टीम ने मामले में किए गए “जहर देकर और गला घोंटकर हत्या करने” के दावों को खारिज कर दिया है. राज्य कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने आरोप लगाया कि एम्स के पैनल द्वारा की गई आधिकारिक पुष्टि यह साबित करती है कि मुंबई पुलिस द्वारा की गई जांच सच्ची और ईमानदार थी.

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यह भी स्पष्ट हो चुका है कि यह केन्द्र की भाजपा सरकार की अपने नकली मीडिया सहयोगियों की मदद से महाराष्ट्र को बदनाम करने की साजिश थी.” उन्होंने कहा, ‘‘हम महाराष्ट्र सरकार से मांग करते हैं कि षड्यंत्रकारियों और उनके सरगना को पकड़ने के लिए और भाजपा आईटी टीम द्वारा चलाए जा रहे सोशल मीडिया गिरोह के प्रवर्तकों का पता लगाने के लिए एक एसआईटी बनाई जाए.

हम अपने लोकतंत्र को बचाने के लिए इन नकली चैनलों के खिलाफ उचित कार्रवाई चाहते हैं.” संपर्क करने पर, भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने सावंत के आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, ‘‘हमारा उद्देश्य सुशांत सिंह राजपूत के लिए न्याय सुनिश्चित करना है. निष्कर्ष तक पहुंचने में इतनी आकुलता क्यों है?

विस्तृत रिपोर्ट आने दें.” राजपूत को 14 जून को बांद्रा स्थित उनके अपार्टमेंट में फांसी पर लटका पाया गया था. मुंबई पुलिस ने पहले एक दुर्घटनावश मौत का मामला (एडीआर) दर्ज कर जांच शुरू की थी. हालांकि, सीबीआई ने अगस्त में उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद इस मामले की जांच अपने हाथ में ले ली थी

Posted By – Pankaj Kumar Pathak

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