10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में इन बच्चों को नहीं देना होगा रजिस्ट्रेशन और एग्जामिनेशन फीस,CBSE की घोषणा

सीबीएसई के एग्जामिनेशन कंट्रोलर संयम भारद्वाज ने मीडिया के सामने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण कई बच्चों ने अपने माता- पिता को खो दिया है, इसकी वजह से उन्हें प्रतिकूल समय देखना पड़ रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 21, 2021 9:44 PM

कोविड-19 महामारी के दौरान अनाथ हुए बच्चों को अगले साल 10वीं और 12वीं की परीक्षा में बैठने के लिए किसी भी तरह का रजिस्ट्रेशन फीस या एग्जाम फीस नहीं देना पड़ेगा. यह घोषणा सीबीएसई द्वारा की गयी है.

सीबीएसई के एग्जामिनेशन कंट्रोलर संयम भारद्वाज ने मीडिया के सामने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण कई बच्चों ने अपने माता- पिता को खो दिया है, इसकी वजह से उन्हें प्रतिकूल समय देखना पड़ रहा है.

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यही वजह है कि सीबीएसई ने शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए ऐसे बच्चों से जिन्होंने अपने माता-पिता या अभिभावक को खो दिया है उनसे रजिस्ट्रेशन फीस और एग्जामिनेशन फीस नहीं लिया जायेगा. संयम भारद्वाज ने बताया कि बच्चों के बारे में स्कूल सूची प्रस्तुत करेंगे और उनके सत्यापन की जिम्मेदारी भी स्कूल की ही होगी.

1742 बच्चे देश में हुए अनाथ

नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्‌स ने सुप्रीम कोर्ट में एक आंकड़ा जमा किया था, जिसके अनुसार जून 2021 तक देश में 1742 बच्चे अनाथ हो गये, जबकि 7464 बच्चे ऐेसे हैं, जिन्होंने अपने माता-पिता में से किसी एक को खोया है, वहीं 140 बच्चे ऐसे हैं जिन्हें अकेला छोड़ दिया गया.

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दूसरी लहर के दौरान कोरोना ने बरपाया मौत का कहर

भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने मौत का कहर बरपाया था. आंकड़ों के अनुसार दूसरी लहर के दौरान ढाई लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई. यूपी, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और केरल जैसे राज्यों ने डरावनी तस्वीर प्रस्तुत की और लाखों लोगों ने अपनों को खो दिया.

Posted By : Rajneesh Anand

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