असम के मंत्री दो पत्रकारों को दी गायब करने की धमकी, कांग्रेस ने की उम्मीदवारी रद्द करने की मांग

समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार, असम सरकार के एक मंत्री ने अलग-अलग समाचार चैनलों के दो पत्रकारों को गायब करने की कथित तौर पर धमकी दी है, जिन्होंने मंत्री की पत्नी के विवादास्पद चुनावी भाषण की रिपोर्टिंग की थी. इसके तुरंत बाद कांग्रेस ने मांग की है कि विधानसभा चुनाव के लिए उनकी उम्मीदवारी रद्द की जाए.

By Prabhat Khabar Print Desk | April 2, 2021 9:30 AM

गुवाहाटी/मोरीगांव : देश के चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया अपने चरम पर है. इस दौरान राजनीतिक आरोप-प्रत्योरोप और चुनावी रैलियों का जोर है. पश्चिम बंगाल और असम में दो चरणों के मतदान का काम पूरा हो चुका है, जबकि केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में आगामी छह अप्रैल को चुनाव होने हैं. इस बीच, खबर यह भी है कि असम के एक मंत्री ने दो पत्रकारों को गायब कराने की धमकी भी दी है.

समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार, असम सरकार के एक मंत्री ने अलग-अलग समाचार चैनलों के दो पत्रकारों को गायब करने की कथित तौर पर धमकी दी है, जिन्होंने मंत्री की पत्नी के विवादास्पद चुनावी भाषण की रिपोर्टिंग की थी. इसके तुरंत बाद कांग्रेस ने मांग की है कि विधानसभा चुनाव के लिए उनकी उम्मीदवारी रद्द की जाए.

पुलिस के अनुसार, उनमें से एक पत्रकार ने मोरीगांव जिले के जगीरोड थाने में प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री पीयूष हजारिका के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है. समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार, असमी समाचार चैनल प्रतिदिन टाइम ने एक ऑडियो क्लिप प्रसारित किया था, जिसमें हजारिका को पत्रकार नजरूल इस्लाम से बातचीत करते सुना जा सकता है.

इस बातचीत के दौरान मंत्री ने नजरूल और एक अन्य पत्रकार तुलसी को उनके घरों से घसीट कर बाहर निकालने और गायब करने की धमकी दी. भाजपा उम्मीदवार ने फोन पर बातचीत में कहा कि वह दुखी हैं, क्योंकि उन लोगों ने उनकी पत्नी एमी बरूआ के विवादास्पद बयान की रिपोर्टिंग की, जो उन्होंने एक चुनावी सभा के दौरान दिया था. यह बातचीत अब वायरल हो रही है.

इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रिपुन बोरा ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को एक ज्ञापन दिया है. उन्होंने निर्वाचन आयोग से मंत्री की उम्मीदवारी रद्द करने तथा उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है.

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Posted by : Vishwat Sen

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