दिल्ली की फिजा में फैली ‘काली हवा’! वायु प्रदूषण की वजह से सांस भी लेना हुआ दूभर

दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स का आंकड़ा 400 के पार पहुंच गया. दिल्ली वायु प्रदूषण की विकट समस्या का सामना कर रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2020 1:06 PM

नयी दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सर्दियों के दस्तक देते ही एक बार फिर वायु प्रदूषण की विकट समस्या का सामना कर रही है. बीते कई दिनों से जारी वायु प्रदूषण शनिवार को और भी ज्यादा गंभीर हो गया. हालात ये हैं कि दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स का आंकड़ा 400 के पार पहुंच गया. स्थिति इतनी नाजुक है कि खुले स्थान पर सांस तक लेना दूभर हो रहा है. हालात की समीक्षा की जा रही है.

एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के पार पहुंचा

दिल्ली के मुंडका, अलीपुर, वजीरपुर, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में वायु प्रदूषण की स्थिति काफी गंभीर है. शनिवार सुबह वायु प्रदूषण के बारे में मिली जानकारी के मुताबिक एयर क्वालिटी इंडेक्स अलीपुर में 447, शादीपुर में 441, मुंडका में 419, वरीजपुर में 432, आनंद विहार में 405, बवाना में 413, विवेक विहार में 422, रोहिणी में 401, जहांगीरपुरी में 418 दर्ज किया गया. हर तरफ धुल और धुंध की चादर छाई रही. सुबह के समय दिल्ली के कई इलाकों में विजिबिलिटी काफी कम थी. गाड़ियां लाइट जलाकर चलती दिखीं.

अभी काली ही रहेगी दिल्ली की फिजा

सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च ने चेतावनी जारी करते हुए बताया कि रविवार और सोमवार को वायु गुणवत्ता गंभीर स्तर तक गिर सकती है. चेतावनी के नजर पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम एवं नियंत्रण) प्राधिकरण जरूरी कदम उठाने जा रहा है. बता दें कि लॉकडाउन के बाद दिल्ली में फैक्ट्रियां खुल गई हैं. सड़कों पर पहले की तरह गाड़ियों की बाढ़ है.

हरियाणा और पंजाब में किसान पराली जला रहे हैं. कंस्ट्रक्शन का काम शुरू कर दिया गया है. यही वजह है कि वायु प्रदूषण की स्थिति काफी गंभीर हो चुकी है. आने वाले कुछ दिन हालात ऐसे ही रहेंगे.

दिल्ली गर्वमेंट ने चलाए रोकथाम कार्यक्रम

बता दें कि दिल्ली सरकार प्रदूषण की रोकथाम के लिए पिछले कुछ दिनों से प्रयास कर रही है. इस बाबत पहले तो दिल्ली में 50 एचसीएनजी बसें चलाई गईं. दिल्ली में इलेक्टिक बसें चलाने की भी योजना है. इसके अलावा दिल्ली सरकार ने एक नई और अनोखी पहल करते हुए रेड लाइट में रुकने पर गाड़ी का इंजन बंद करने की अपील की थी. इस योजना को रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ कार्यक्रम कहा गया.

Posted By- Suraj Thakur

Next Article

Exit mobile version