आखिर, बॉलीवुड की ड्रीमगर्ल ने वृंदावन के लोगों से कोरोना को हराने तक हवन करने की क्यों की अपील? जानिए पूरा राज…

दुनिया भर में संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में वर्ष 1972 से प्रत्येक साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की परंपरा की शुरुआत की गई. इसके पीछे पर्यावरण संतुलन को बनाए रखना प्रमुख उद्देश्य है. इसका कारण यह है कि पर्यावरण असंतुलन की वजह से भारत समेत दुनिया के अधिकांश देशों के लोगों को बाढ़, भूकंप, भूस्खलन, समुद्र का जल स्तर बढ़ना, कहीं अधिक बारिश, कहीं सूखा जैसी कई प्राकृतिक आापदाओं का सामना करना पड़ता है.

By Prabhat Khabar Print Desk | June 4, 2021 10:13 PM

World environment day : बॉलीवुड की ड्रीमगर्ल हेमामालिनी. काफी शिक्षित भाजपा सांसद और तेज-तर्रार अभिनेत्री. अगर बॉलीवुड की ड्रीमगर्ल अपने मथुरा संसदीय क्षेत्र के वृंदावन के लोगों से यह कहती हैं, ‘जब तक हम कोरोना को हरा न दें, तब तक वृंदावन के लोग अपने घरों में पारिवारिक हवन करते रहें’, तो इसमें बुरा क्या है. गौर करने वाली बात यह है कि उन्होंने यह बात किस संदर्भ में कही है? ध्यान देंगे, तो कल यानी शनिवार 5 जून 2021 को विश्व पर्यावरण दिवस है.

दरअसल, समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान बॉलीवुड की ड्रीमगर्ल हेमामालिनी ने विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर कहा कहा कि 5 जून को विश्व प्रर्यावरण दिवस है. दुनिया महामारी और प्रर्यावरण के प्रकोप को झेल रही है. इस कठिन समय में पर्यावरण दिवस के दिन ही नहीं, बल्कि हर दूसरे दिन जब तक हम कोरोना को हरा ना दें, मैं वृंदावन के लोगों से घरों में पारिवारिक हवन करने का अनुरोध करती हूं.

हालांकि, मीडिया और सोशल मीडिया पर कुछ लोगों को यह बात अटपटी सी इसलिए भी लग सकती है कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान कई भाजपा सांसदों और विधायकों ने शंख बजाकर या अन्य धार्मिक उपायों से कोरोना को मात देने का दावा किया था, लेकिन बाद में वे ही कोरोना से संक्रमित पाए गए. हालांकि, सोशल मीडिया पर ऐसे दावों को लेकर काफी आलोचनाएं भी की गईं.

कब शुरू हुआ विश्व पर्यावरण दिवस

गौरतलब है कि दुनिया भर में संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में वर्ष 1972 से प्रत्येक साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की परंपरा की शुरुआत की गई. इसके पीछे पर्यावरण संतुलन को बनाए रखना प्रमुख उद्देश्य है. इसका कारण यह है कि पर्यावरण असंतुलन की वजह से भारत समेत दुनिया के अधिकांश देशों के लोगों को बाढ़, भूकंप, भूस्खलन, समुद्र का जल स्तर बढ़ना, कहीं अधिक बारिश, कहीं सूखा जैसी कई प्राकृतिक आापदाओं का सामना करना पड़ता है.

पाकिस्तान ने तैयार की इस साल की थीम

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर हर साल एक नई थीम तैयार की जाती है, जिसकी मेजबानी की जिम्मेवारी विभिन्न देशों को दी जाती है. वर्ष 2021 के विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को मेजबानी करने की जिम्मेवारी सौंपी गई है. इस साल विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ‘पारिस्थितिक तंत्र की पुनर्बहाली’ या Ecosystem Restoration थीम तैयार किया गया है. इस थीम पर अब पूरे साल पूरी दुनिया के देश काम करते रहेंगे.

विश्व पर्यावरण दिवस के प्रमुख स्लोगन

बता दें कि वर्ष 2021 के पर्यावरण दिवस के मौके पर कई प्रकार के स्लोगन या नारे भी तैयार किए गए हैं. इन नारों में ‘जागरूक देश की एक ही पहचान, पर्यावरण को ना हो कोई नुकसान, आओ मिलकर कुछ काम करें, पर्यावरण को सुरक्षा प्रदान करें, प्रकृति का मत करो शोषण इससे होता है हमारा पोषण, धरती और अंबर करें पुकार पर्यावरण सुरक्षा करो अपार, अच्छे जीवन का एक आधार प्रकृति के सम्मान से बेड़ा पार, बोलेगी चिड़िया डाली-डाली पहले सभी फैलाओ हरियाली और नाचे मोर, कोयल गाएं, आओ पर्यावरण बचाएं’ आदि शामिल हैं.

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Posted by : Vishwat sen

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