असदुद्दीन ओवैसी के घर के बाहर लगाया पोस्टर, लिखा ”द्रेशद्रोही”

हैदराबाद : एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी इन दिनों काफी चर्चा में हैं. आपको बता दें कि पिछले दिनों उन्होंने एक सभा में कहा था अगर उनकी गर्दन पर चाकू भी रख दिया जाए तो भी वह ‘भारत माता की जय’ नहीं बोलेंगे. उनके इस बयान की चारो ओर आलोचना हो रही है.प्राप्त जानकारी के अनुसार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 17, 2016 8:50 AM

हैदराबाद : एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी इन दिनों काफी चर्चा में हैं. आपको बता दें कि पिछले दिनों उन्होंने एक सभा में कहा था अगर उनकी गर्दन पर चाकू भी रख दिया जाए तो भी वह ‘भारत माता की जय’ नहीं बोलेंगे. उनके इस बयान की चारो ओर आलोचना हो रही है.प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को अशोक रोड पर स्थित उनके आधिकारिक निवास के गेट के सामने एक पोस्टर लगाया गया जिसे कथित तौर पर हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने लगाया है. पुलिस ने पोस्टर को तुरंत हटा दिया और जांच शुरू कर दी. ओवैसी को देशद्रोही बताते हुए यह पोस्टर उनके आधिकारिक निवास पर लगाया गया है. इस पोस्टर में उनपर भारत माता का अपमान करने का भी आरोप लगाया गया है.

इधर, भारतीय जनता युवा मोर्चा के काशी क्षेत्र के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष ने असदुद्दीन ओवैसी को लेकर विवादित ऐलान कर दिया है. उन्होंने कहा है कि देशद्रोही ओवैसी की गंदी जुबान काट देनी चाहिए. यदि कोई ऐसा करके मेरे पास आता है तो मैं उसे एक करोड़ का इनाम दूंगा. इसके लिये उन्होंने एक करोड़ की ब्लैंक चेक भी काट दिया. इससे पहले मंगलवार को मेरठ कॉलेज के पूर्व छात्र नेता ने भी ओवैसी की जुबान काटकर लाने वाले को 21 हजार रुपये देने का ऐलान किया था.

उधर, हैदराबाद की एक अदालत में एक निजी शिकायत दायर की गई जिसमें पुलिस को यह निर्देश देने की मांग की गई कि वह एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ उनके उस भाषण के लिए प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दे जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर उनकी गर्दन पर चाकू भी रख दिया जाए तो भी वह ‘भारत माता की जय’ नहीं बोलेंगे.

याचिकाकर्ता साई कुमार गौड ने मलकाजगिरि में 20 वें मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में शिकायत दायर की और आरोप लगाया कि ओवैसी का भाषण मानहानिकारक था. उन्होंने आईपीसी की धारा 153 ए (विभिन्न समूहों के बीच धर्म, नस्ल, जन्म स्थान, आवास, भाषा आदि के आधार पर शत्रुता फैलाना) के तहत पुलिस को मामला दर्ज करने और मामले में आगे जांच करने का निर्देश देने की मांग की. याचिका में गौड ने कहा कि उन्होंने समाचार पत्र में ओवैसी के मानहानिकारक भाषण के बारे में पढा जो विभिन्न समुदायों के बीच शत्रुता को भडकाएगा.

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