अखलाक हत्‍याकांड : पीड़ित के परिवार से मिले अखिलेश, 30 लाख मुआवजे की घोषणा

दादरी (लखनऊ) : दादरी में पीट पीटकर एक व्यक्ति की जान ले लेने की घटना को लेकर राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप लगाने का सिलसिला आज गहराया गया तथा 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों में भड़काने वाले भाषण देने के आरोपी भाजपा के विवादास्पद विधायक संगीत सोम ने आज आरोप लगाया कि सपा सरकार मुस्लिमों का तुष्टिकरण कर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 4, 2015 12:28 PM

दादरी (लखनऊ) : दादरी में पीट पीटकर एक व्यक्ति की जान ले लेने की घटना को लेकर राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप लगाने का सिलसिला आज गहराया गया तथा 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों में भड़काने वाले भाषण देने के आरोपी भाजपा के विवादास्पद विधायक संगीत सोम ने आज आरोप लगाया कि सपा सरकार मुस्लिमों का तुष्टिकरण कर रही है तथा निर्दोष लोगों को फंसाया जा रहा है.

इस घटना में गौमांस खाने की अफवाहों के कारण लोगों की भीड द्वारा पीट पीटकर मार डालने की घटना के शिकार बने 50 वर्षीय अखलाक के परिवार ने आज मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की. आज ही के दिन सोम दादरी गये और उन्होंने यह आरोप लगाते हुए सपा सरकार पर हमला बोला कि वह ‘‘गोवध” करने वाले लोगों को बचा रही है. इस घटना को लेकर अखिलेश पर घडियाली आंसू बहाने का आरोप लगाते हुए सोम ने कहा कि अखिलेश इसे सांप्रदायिक रंग दे रही है.

पीडित अखलाक के परिवार से मिलने के बाद अखिलेश ने वित्तीय मदद की राशि को 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 30 लाख रुपये करने और उसके तीनों भाइयों को पांच..पांच लाख रुपये देने की घोषणा की. राजनीतिक तनातनी को और हवा देते हुए सोम ने आरोप लगाया, ‘‘जिस तरह से वे (सपा) मुजफ्फरनगर के आरोपियों को विमान में ले गये थे, वे उन लोगों को भी विमान में ले गये जिन्होंने गोवध किया. ” उप्र के भाजपा विधायक की यह टिप्पणी ऐसे समय में आयी है जबकि केंद्रीय गृह मंत्री और उन्हीं की पार्टी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने कहा है कि घटना को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए या इसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए.

राजनाथ ने दिल्ली में एक कार्यक्रम से इतर कहा, ‘‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी. किन्तु इसे सांप्रदायिक रंग देना समुचित नहीं है.” बिसहाडा गांव में सोमवार की रात को एक स्थानीय मंदिर से यह सार्वजनिक घोषणा किए जाने के बाद कि अखलाक के परिवार ने एक बछडे को मार दिया है और उसका मांस खाया है, 200 लोगों की भीड़ ने घर पर हमला बोल दिया और उसकी पीट पीटकर जान ले ली.

इस बीच, आठ लोगों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस ने एक होमगार्ड को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. स्थानीय मंदिर के पुजारी ने आरोप लगाया था कि होमगार्ड ने उसे घोषणा करने को मजबूर किया था. पुलिस ने कल दो लोगों..विशाल एवं शिवम को गिरफ्तार किया था. इनमें से एक स्थानीय भाजपा नेता का पुत्र बताया गया. बहरहाल, भाजपा नेता हरीश ठाकुर ने इस बात से इंकार किया है कि आरोपी का पिता भाजपा का कोई पदाधिकारी है तथा कहा कि वह भाजपा समर्थक हो सकता है.

सोम ने सवाल उठाया कि राज्य सरकार ने क्यों एआईएमआईएम नेता असादुद्दीन ओवैसी को गांव जाने और सांप्रदायिक माहौल बनाने की अनुमति दी. विधायक ने कहा, ‘‘ओवैसी जैसे व्यक्ति को हैदराबाद से आने की अनुमति दी गयी. क्या समाजवादी पार्टी की उनके साथ सांठगांठ है….यह सरकार एक विशेष समुदाय के तुष्टिकरण का प्रयास कर रही है. वे तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.” इस मामले में गिरफ्तारियों पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हम यह नहीं चाहते कि हत्या के दोषी पर मुकदमा नहीं चले किन्तु सरकार को निर्दोष लोगों को फंसाना बंद करना चाहिए.”

Next Article

Exit mobile version