दिल्‍ली में सरकार बनाने के लिए भाजपा को मिलना चाहिए मौका:नजीब जंग

नयी दिल्‍ली: दिल्‍ली में एक बार फिर से सरकार बनाने की कवायद शुरू हो गयी है. सरकार गठन को लेकर दिल्‍ली के उप राज्‍यपाल नजीब जंग ने राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी को चिट्ठी लि‍खी है. एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार नजीब जंग ने राष्‍ट्रपति को पत्र लिख कर दिल्‍ली में सरकार बनाने के लिए सबसे बड़ी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 5, 2014 10:38 AM

नयी दिल्‍ली: दिल्‍ली में एक बार फिर से सरकार बनाने की कवायद शुरू हो गयी है. सरकार गठन को लेकर दिल्‍ली के उप राज्‍यपाल नजीब जंग ने राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी को चिट्ठी लि‍खी है. एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार नजीब जंग ने राष्‍ट्रपति को पत्र लिख कर दिल्‍ली में सरकार बनाने के लिए सबसे बड़ी पार्टी को आमंत्रित करने के लिए इजाजत मांगी है.

इधर खबर है कि इस मामले को लेकर राष्‍ट्रपति ने गृहमंत्रायल को चिट्ठी लिखी है. गृह मंत्रायल ने भी पुष्टि कर दी है कि राष्‍ट्रपति का पत्र उसे मिला है. केंद्र सरकार ने राजनीतिक चर्चा के बाद इस मामले पर विचार करने की बात कही है.

ज्ञात हो कि दिल्‍ली वि‍धानसभा में भारतीय जनता पार्टी के पास सबसे ज्‍यादा 29 विधायक है. वहीं आम आदमी पार्टी के पास 27 विधायक हैं. कांग्रेस के 8 विधायक और अन्‍य 3 हैं. दिल्‍ली में सरकार गठन के लिए कम से कम 34 वि‍धायकों की आवश्‍यक्‍ता है. इधर इस खबर के बाद भाजपा ने कहा कि सरकार बनाने के लिए हम पहले पार्टी के तमाम नेताओं से चर्चा करने के बाद ही कोई फैसला कर सकते हैं,वैसे उपराज्‍यपाल की इस पहल का पार्टी स्‍वागत करती है.
आम आदमी पार्टी ने उपराज्‍यपाल के इस कार्रवाई की घोर निंदा की है. आप नेता और पार्टी प्रवक्‍ता संजय सिंह ने कहा कि अगर दिल्‍ली में भाजपा की सरकार बनती है तो दुर्भाग्‍यपूर्ण होगी. उन्‍होंने इस मामले को लेकर उपराज्‍यपाल पर भी निशाना साधा है.
* निर्दलीय विधायक रामवीर शौकीन कर सकते हैं भाजपा का समर्थन
दिल्‍ली के उपराज्‍यपाल का राष्‍ट्रपति को सरकार गठन के लिए पत्र लिखे जाने के बाद से भाजपा पार्टी के अंदर सुगबुहाट शुरू हो गयी है. दिल्‍ली में सरकार बनाने के लिए कम-से-कम 34 विधायकों की जरूरत होगी. भाजपा के पास 29 विधायक हैं सरकार बनाने के लिए उसे और पांच विधायकों की जरूरत है.
बताया जा रहा है कि निर्दलीय विधायक रामवीर शौ‍कीन भाजपा को सर्पोट कर सकते हैं. खबर तो यह भी है कि आम आदमी पार्टी के कुछ विधायक भाजपा के साथ आ सकते हैं. हालांकि इस बात की अभी तक पुष्टि नहीं हुई है. आम आदमी पार्टी ने भी इस तरह की बातों से इनकार कर दिया है कि उसके विधायक भाजपा के संपर्क में हैं और उसे सर्पोट कर सकते हैं.

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