कोलकाता हिंसाः अंतिम चरण की तैयारी की समीक्षा करेगा चुनाव आयोग,प.बंगाल पर हो सकती है चर्चा

नयी दिल्लीः निर्वाचन आयोग 19 मई को लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के लिए पर्यवेक्षकों और राज्य प्रमुख निर्वाचन अधिकारियों के साथ बुधवार को समीक्षा बैठक करेगा. यह समीक्षा बैठक वीडियो कांफ्रेंस के जरिये होगी. इससे एक दिन पहले ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान कोलकाता में भाजपा और टीएमसी के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 15, 2019 12:32 PM

नयी दिल्लीः निर्वाचन आयोग 19 मई को लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के लिए पर्यवेक्षकों और राज्य प्रमुख निर्वाचन अधिकारियों के साथ बुधवार को समीक्षा बैठक करेगा. यह समीक्षा बैठक वीडियो कांफ्रेंस के जरिये होगी. इससे एक दिन पहले ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान कोलकाता में भाजपा और टीएमसी के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़पें हुई थीं. एक अधिकारी ने कहा कि 19 मई को जिन 59 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतदान होगा उनमें नौ निर्वाचन क्षेत्र प. बंगाल के हैं. ऐसे में यह स्वाभाविक है कि इस बैठक में राज्य के पर्यवेक्षक एवं चुनाव अधिकारी भाग लेंगे.

हालांकि उन्होंने यह कहने से इनकार कर दिया कि बैठक में प. बंगाल पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया जाएगा या नहीं. तृणमूल ने इस मामले पर आयोग के साथ बैठक की मांग की है, वहीं भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग से मंगलवार को अपील की कि वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के राज्य में चुनाव प्रचार करने पर प्रतिबंध लगाए और आरोप लगाया कि राज्य में संवैधानिक व्यवस्था चरमरा गई है.

हजारों जवानों की तैनाती के बावजूद हिंसा पर काबू नहीं
पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान केंद्रीय बलों की 713 कंपनियां और कुल 71 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के बावजूद हिंसा की घटनाएं थम नहीं रही हैं. राज्‍य में हर चरण के साथ राजनीतिक हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. कल मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान जिस प्रकार की हिंसा देखी गई उसने लोकतंत्र को शर्मशार कर दिया है.
पश्चिम बंगाल में एक ओर मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी हर कीमत पर सत्‍ता पर अपनी पकड़ बनाये रखना चाहती हैं तो वहीं भाजपा हर हाल में एंटी इनकम्बेंसी को अपने पक्ष में भुना लेना चाहती है. नतीजतन राज्‍य में सियासी टकराव अब अपने चरम पर पहुंच गया है.

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