मारे गये आतंकी पाकिस्तानी नागरिक, मासूम की मां ने उन्हें शरण देने की बात स्वीकारी

नयी दिल्ली : इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा के बालाकोट हमले पर बयान के बाद राजनीतिक भूचाल आ गया है. अरुण जेटली सहित अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने पित्रोदा और भाजपा पर बड़ा हमला बोला है. वहीं कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पित्रोदा के बयान को उनकी नीजी राय बतायी है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 23, 2019 2:07 AM
नयी दिल्ली : इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा के बालाकोट हमले पर बयान के बाद राजनीतिक भूचाल आ गया है. अरुण जेटली सहित अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने पित्रोदा और भाजपा पर बड़ा हमला बोला है. वहीं कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पित्रोदा के बयान को उनकी नीजी राय बतायी है.
मीडिया रिपोर्ट्स और खबरों के मुताबिक इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने कहा था कि क्या हमने सच में हमला किया था? क्या सच में 300 आतंकी मारे गये थे? विवाद खड़ा होने के बाद पित्रोदा ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने एक नागरिक की हैसियत से सवाल किया था.
उन्होंने आगे कहा कि मैंने सिर्फ एक नागरिक के रूप में कहा कि मैं यह जानने का हकदार हूं कि क्या हुआ. मैं पार्टी की तरफ से नहीं, सिर्फ एक नागरिक के रूप में बोल रहा हूं. मुझे यह जानने का अधिकार है और इसमें क्या गलत है?’
मोदी बोले : सेना का अपमान
सैम पित्रोदा के बयान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि सशस्त्र बलों का अपमान किया जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष को आतंकवाद के समर्थकों की शरणस्थली बताया और उस पर सशस्त्र सेनाओं का अपमान करने का आरोप लगाया.
‘जनता माफ नहीं करेगी’ हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए मोदी ने ट्वीट में सैम पित्रोदा की यह कहने के लिए आलोचना की कि मुंबई आतंकवादी हमले के बाद भारत हवाई हमले से जवाब दे सकता था लेकिन मेरे हिसाब से दुनिया से ऐसे नहीं निबटा जाता.
कांग्रेस बोली : निजी राय
कांग्रेस ने बालाकोट में कार्रवाई से जुड़ी पित्रोदा की टिप्पणी को उनकी निजी राय करार दिया. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, पुलवामा आतंकी हमला मोदी सरकार की राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी गंभीर विफलता थी. बालाकोट में कार्रवाई हमारी वायुसेना के वीरता और शौर्य का सबसे बेहतरीन उदाहरण है.
जैश-ए-मोहम्मद एवं लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठन तथा पाकिस्तान अपने नापाक मंसूबों में कभी सफल नहीं होंगे. सच्चाई यह है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री कार्बेट पार्क में फ़िल्म की शूटिंग कर रहे थे.

Next Article

Exit mobile version