सोनिया से मिलीं ममता, कहा-भाजपा काे परास्त करना है, तो क्षेत्रीय दलों का समर्थन करे कांग्रेस

नयी दिल्ली : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. 10 जनपथ में सोनिया से मुलाकात के बाद बाहर निकलीं ममता ने 2019 लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के साथ गठबंधन का सीधा संकेत दिया. ममता ने कहा, हम चाहते हैं कि कांग्रेस क्षेत्रीय दलों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 28, 2018 9:02 PM

नयी दिल्ली : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. 10 जनपथ में सोनिया से मुलाकात के बाद बाहर निकलीं ममता ने 2019 लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के साथ गठबंधन का सीधा संकेत दिया.

ममता ने कहा, हम चाहते हैं कि कांग्रेस क्षेत्रीय दलों को मदद दे ताकि भाजपा से सीधी लड़ाई लड़ सकें. मैं चाहती हूं कि भाजपा के खिलाफ सिर्फ एक ही उम्मीदवार खड़ा हो जिसे सभी पार्टियों का समर्थन हो. ऐसा होगा तभी भाजपाको राजनीतिक रूप से खत्म किया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि जब भी मैं यहां आती हूं,तो सोनिया गांधी से मिलती हूं. हमारेउनसे अच्छे संबंध हैं. मैंने उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ की, राजनीतिक चर्चा भी हुई. ममता बनर्जी ने कहा कि हम चाहते हैं कर्नाटक में कांग्रेस, उत्तर प्रदेश में माया-अखिलेश और बिहार में राजद जीतें. इस बीच, सपा नेता आजम खान ने कहा कि जब उनसे (ममता) मिलेंगीं तो भाजपा के खिलाफ महागठबंधन पर बात करेंगे. इससे पहले मंगलवार को ममता ने एनसीपी नेता शरद पवार और शिवसेना नेता संजय राउत समेतसात दलों के नेताओं से मुलाकात की थी.

इससे पहले ममता बनर्जी से भाजपा के असंतुष्ट नेता यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा ने मुलाकात की. उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार के खिलाफ सभी क्षेत्रीय ताकतों को एकजुट करने के प्रयास करने के लिए ममता की प्रशंसा की.

ममता ने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे अरुण शौरी से भी मुलाकात की. ममता से मुलाकात के बाद मोदी सरकार के आलोचक शौरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुकाबला करने के लिए ममता ने सही राह पकड़ी है. उनकी योजना हर राज्य में भाजपा के हर प्रत्याशी के खिलाफ एक प्रत्याशी खड़ा करने की है. शौरी ने कहा, ‘प्रत्येक प्रत्याशी के खिलाफ एक प्रत्याशी का फार्मूला यदि अमल में लाया जायेगा तो विपक्ष 69 फीसदी मतों को अपने पक्ष में कर सकता है.’

हालांकि, यशवंत सिन्हा ने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह या शत्रुघ्न भाजपा के खिलाफ खड़ी की जा रही ताकत के साथ आयेंगे या नहीं. उन्होंने कहा, ‘ममता हमारी पुरानी काबीना सहयोगी हैं. उनके व्यक्तित्व से सभी परिचित हैं. देश को बचाने के लिए उन्होंने जो जिम्मेदारी उठायी है वह प्रशंसनीय है. भविष्य में भी हम उनका समर्थन करेंगे.’ ममता वाजयेपी सरकार का हिस्सा थीं.

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