भारतीय राजनयिकों को पाक में किया जा रहा है परेशान,भारत ने भेजा 13वां नोट

नयी दिल्ली: भारत ने पाकिस्तान में तैनात अपने राजनयिकों को ‘‘धमकाने और परेशान किए जाने’ के विरोध में इस्लामाबाद स्थित अपने उच्चायोग के जरिए पाकिस्तान को एक और‘ नोट वर्बेल’ ( राजनयिक नोट) जारी किया. तीन महीने से भी कम समय में भारत ने पाकिस्तान को13 वीं बार ‘नोट वर्बेल’ जारी किया है. सरकारी सूत्रों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 18, 2018 10:57 PM

नयी दिल्ली: भारत ने पाकिस्तान में तैनात अपने राजनयिकों को ‘‘धमकाने और परेशान किए जाने’ के विरोध में इस्लामाबाद स्थित अपने उच्चायोग के जरिए पाकिस्तान को एक और‘ नोट वर्बेल’ ( राजनयिक नोट) जारी किया. तीन महीने से भी कम समय में भारत ने पाकिस्तान को13 वीं बार ‘नोट वर्बेल’ जारी किया है. सरकारी सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान विदेश मंत्रालय को भेजे गए नोट में भारतीय उच्चायोग ने अपने राजनयिकों को परेशान करने के तीन मामलों का जिक्र किया है जिसमें एक मामला भारतीय उच्चायोग में तैनात द्वितीय सचिव से जुड़ा है.

आज एक कार में सवार अज्ञात लोगों ने आक्रामक तरीके से उस वक्त द्वितीय सचिव का पीछा किया जब वह एक रेस्तरां में जा रहे थे. सूत्रों ने बताया कि मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर वीडियो बनाया गया. उन्होंने कहा कि आज हुई दूसरी घटना में एक आधिकारिक वाहन में यात्रा कर रहे उच्चायोग के चार कर्मियों का उस वक्त मोटरसाइकिल पर सवार दो अज्ञात लोगों ने आक्रामक और धमकाने के अंदाज में पीछा किया जब वे आबपारा बाजार जा रहे थे.

एक सूत्र ने बताया, ‘‘ हमने पाकिस्तान सरकार से कहा है कि वह इन घटनाओं की जांच कर सुनिश्चित करे कि ऐसी घटनाएं फिर नहीं हों और जांच के नतीजे हमसे साझा करे.’ सूत्रों ने बताया कि भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को धमकाने और परेशान किए जाने पर अपना विरोध दर्ज करने के लिए पाकिस्तान विदेश मंत्रालय को आज‘ नोट वर्बेल’ भेजा गया. यह इस विषय पर इस साल भेजा गया13वां नोट था. भारत ने कल भी अपने उच्चायोग के जरिए एक‘ नोट वर्बेल’ भेजा था जिसमें राजनयिकों को परेशान किए जाने की दो घटनाओं का जिक्र किया गया था.

इसमें एक घटना कल ही हुई थी जबकि दूसरी बीते15 मार्च को हुई थी. भारत ने पाकिस्तान को13 वां नोट ऐसे समय में भेजा है जब इस्लामाबाद ने सलाह- मशविरे के लिए अपने उच्चायुक्त को स्वदेश बुला लिया है. भारत ने इसे‘‘ नियमित’ और‘‘ सामान्य’ करार दिया है.

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