चुनाव आयोग ने ब्लूटूथ से इवीएम से छेड़छाड़ की कांग्रेस की शिकायत को बेबुनियाद बताया

अहमदाबाद : गुजरात में चुनाव आयोग ने शनिवार को कहा कि उसकी जांच में पता चला है कि विपक्षी कांग्रेस की ओर से ब्लूटूथ तकनीक के जरिए इवीएम में संभावित छेड़छाड़ के बाबत जाहिर की गयी आशंका बेबुनियाद है. आयोग ने कहा कि शिकायतकर्ता के मोबाइल फोन में ब्लूटूथ ऑन करने के बाद जिस उपकरण […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 9, 2017 10:05 PM

अहमदाबाद : गुजरात में चुनाव आयोग ने शनिवार को कहा कि उसकी जांच में पता चला है कि विपक्षी कांग्रेस की ओर से ब्लूटूथ तकनीक के जरिए इवीएम में संभावित छेड़छाड़ के बाबत जाहिर की गयी आशंका बेबुनियाद है. आयोग ने कहा कि शिकायतकर्ता के मोबाइल फोन में ब्लूटूथ ऑन करने के बाद जिस उपकरण का पता लगा, वह कोई इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (इवीएम) नहीं थी, बल्कि एक मतदान एजेंट का मोबाइल फोन था.

इससे पहले, गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 89 सीटों पर मतदान जारी रहने के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोढ़वाडिया ने पोरबंदर के एक मुस्लिम बहुल इलाके के तीन मतदान केंद्रों पर इवीएम से संभावित छेड़छाड़ की शिकायत की थी. उन्होंने दावा किया था कि कुछ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें (इवीएम) ब्लूटूथ के जरिये बाहरी उपकरणों से जुड़ी पायी गयी हैं. मुख्य चुनाव अधिकारी (सीइओ) बीबी स्वाइन ने पत्रकारों को बताया कि उनकी ओर से करायी गयी जांच के बाद मिली रिपोर्ट के मुताबिक, शिकायतकर्ता के मोबाइल फोन में जब ब्लूटूथ ऑन किया जा रहा था तो इसीओ 105 के रूप में एक अन्य उपकरण उपलब्ध मिल रहा था.

स्वाइन ने कहा, आशंका हुई कि इसीओ 105 मतदान केंद्र में लगी इवीएम है, जिससे ब्लूटूथ तकनीक के जरिये संभावित छेड़छाड़ का डर पैदा हुआ. उन्होंने कहा कि जिन मतदान केंद्रों से शिकायत आयी, वहां कलक्टर एवं पर्यवेक्षक को भेजा गया और शिकायतकर्ता को भी बुलाया गया. स्वाइन ने कहा कि स्थानीय मीडिया के सामने जांच करायी गयी और जिला निर्वाचन अधिकारी (डीइओ) की ओर से सौंपी गयी रिपोर्ट में कहा गया है कि एक मतदान एजेंट के पास इंटेक्स कंपनी का एक मोबाइल फोन था जिस पर इसीओ 105 मॉडल नंबर के तौर पर अंकित था. उन्होंने कहा, मनोज सिंगरखिया नाम का एक मतदान एजेंट मोबाइल फोन लेकर चल रहा था. वह शिकायतकर्ता के फोन के करीब खड़ा था. शिकायतकर्ता ने संभवत: सोचा होगा कि इसीओ में ईसी का मतलब इलेक्शन कमीशन है.

इससे पहले, मोढ़वाडिया ने कहा था, हमने पाया कि मुस्लिम बहुल इलाके मेमनवाडा के तीन मतदान केंद्रों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें ब्लूटूथ के जरिये बाहरी उपकरणों से जुड़ी हुई हैं. जब भी किसी मोबाइल फोन का ब्लूटूथ ऑन किया जाता है तो इसीओ 105 नाम का एक उपकरण उपलब्ध दिखायी देता है. उन्होंने आरोप लगाया था कि इसका साफ मतलब है कि ब्लूटूथ के जरिये उपकरण का इस्तेमाल कर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों से छेड़छाड़ की जा सकती है.

कांग्रेस नेता ने कहा, इवीएम में लगी चिप ब्लूटूथ के जरिये प्रोग्राम करने लायक लगती हैं और यह छेड़छाड़ की आशंका पैदा करती है. वोटिंग प्रणाली बाहरी उपकरणों से ऐसे जुड़ाव से मुक्त होनी चाहिए. बहरहाल, भाजपा ने कहा कि मोढ़वाडिया की ओर से की गयी शिकायत दिखाती है कि विपक्षी कांग्रेस कोई बहाना तलाश रही है, क्योंकि वह जानती है कि चुनावों में उसे करारी शिकस्त मिलनेवाली है. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, कांग्रेस के सदस्य कह रहे हैं कि इवीएम में गड़बड़ी है. चुनाव आयोग को इस पर जवाब देना चाहिए. लेकिन, हम कह सकते हैं कि नतीजे आने से पहले ही कांग्रेस बहाने तलाशने में जुट गयी है, क्योंकि उसे चुनावों में अपनी हार दिखायी देने लगी है. वे इवीएम के पीछे छिपने की कोशिश कर रहे हैं.

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