पद्म पुरस्कार चाहता था गुरमीत राम रहीम, खुद से गृह मंत्रालय को 5 बार भेजा था अपना नाम

इस साल डेरा प्रमुख ने अपने नाम की 4206 सिफारिशें भिजवायीं थीं गुरमीत राम रहीम का नाम भारत के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारतरत्न के लिए पीएम और गृह मंत्रालय भारत सरकार के पास पहुंचा हुआ है. यह खुलासा मेवात के एक आरटीआइ कार्यकर्ता राजुद्दीन जंग द्वारा गृह मंत्रालय से मांगी गयी सूचना में हुआ […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 2, 2017 6:49 AM
इस साल डेरा प्रमुख ने अपने नाम की 4206 सिफारिशें भिजवायीं थीं
गुरमीत राम रहीम का नाम भारत के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारतरत्न के लिए पीएम और गृह मंत्रालय भारत सरकार के पास पहुंचा हुआ है. यह खुलासा मेवात के एक आरटीआइ कार्यकर्ता राजुद्दीन जंग द्वारा गृह मंत्रालय से मांगी गयी सूचना में हुआ है. जानकारी के अनुसार सूची में 4211 बार संतों का जिक्र है जिसमें अकेले राम रहीम का 4206 बार नाम आया है. खास बात यह है कि तमाम धर्मों के लोगों ने उसे भारतरत्न और पद्म विभूषण से सम्मानित करने की सिफारिश की है. सिर्फ सिरसा से ही संत राम रहीम के लिए सबसे ज्यादा 4156 आवेदन भेजे गये. इसमें खुद राम रहीम ने पांच बार आवेदन दिया है. पद्म पुरस्कारों की घोषणा 26 जनवरी, 2018 के लिए की जानी है.
इतना ही नहीं, राजुद्दीन ने गृह मंत्रालय से आरटीआई लगाकर जानकारी मांगी है कि अब तक आम आदमी के अलावा किस विधायक, मंत्री, सांसद, सीएम या फिर बड़े अधिकारियों ने राम रहीम की पद्म पुरस्कारों के लिए सिफारिश की है. जल्द ही आरटीआई का जवाब मिलने वाला है, जिसमें सफेदपोश नेताओं के नाम और राज उजागर हो सकेंगे. राजुद्दीन के मुताबिक 1954 से लेकर अब तक किसी व्यक्ति विशेष को लेकर भारत सरकार के पास पहली बार लिखित में इतनी सिफारिश पहुंची है. राम रहीम के लिए जितने आवेदन इस बार मिले हैं, उससे लग रहा था कि पुरस्कार के लिए उसकी दावेदारी पक्की थी. लेकिन राम रहीम के अरमानों पर अब पूरी तरह पानी फिर गया है.
खुद से गृह मंत्रालय को पांच बार भेजा अपना नाम
सजा से बचने के लिए कहा ‘मैं 17 साल से नपुंसक हूं’
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को जब सीबीआइ की स्पेशल कोर्ट ने रेप के दो मामले में 10-10 साल की सजा सुनायी तब रेप के चार्ज से खुद को बचाने के लिए राम रहीम ने दावा करते हुए कहा था कि वह 1990 से नपुंसक है. वह सेक्स करने में असमर्थ है इसलिए उसके ऊपर साल 1999 में किसी तरह के रेप का आरोप सिद्ध नहीं हो सकता है. हालांकि, इस मामले के एक गवाह ने उसके ही बयान को खारिज कर दिया.
राम रहीम ने डेरे की आधी संपत्ति को बताया था निजी
2002 में साध्वी रेप केस दर्ज होने के साथ ही राम रहीम ने डेरा के कई नियमों में बदलाव कर दिये थे. डेरा सच्चा सौदा के रिवाज के अनुसार डेरा का उत्तराधिकारी डेरे प्रमुख के परिवार को कोई भी सदस्य नहीं बन सकता है.
लेकिन राम रहीम ने इस नियम को बदल दिया, ताकि उसके बेटे को डेरे की गद्दी मिल जाये. उसने 2004 में डेरे की डीड रजिस्टर करवायी थी जिसमें उसने डेरे से संबंधित ज्यादातर अधिकार अपने पास रख लिये. संपत्ति को दो हिस्सों में बांट दिया. एक हिस्सा डेरे के नाम तो दूसरा हिस्सा निजी बताया.

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