…और खुशी से उछल कर वकील ने अपने पास खड़ी महिला को गले लगा लिया

नयी दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट का फैसला आते ही सुप्रीम कोर्ट की एक महिला वकील खुशी से झूम उठी. वह उछल गयीं. पास खड़ी महिलाओं से लिपट गयीं. कहा, वही हुआ, जो हम चाहते थे. दूसरी तरफ, कोर्ट के बाहर खड़ी तलाकशुदा जीनत अली सिद्दीकी की आंखों में भी खुशी के आंसू आ गये. उन्होंने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 22, 2017 9:29 PM

नयी दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट का फैसला आते ही सुप्रीम कोर्ट की एक महिला वकील खुशी से झूम उठी. वह उछल गयीं. पास खड़ी महिलाओं से लिपट गयीं. कहा, वही हुआ, जो हम चाहते थे.

दूसरी तरफ, कोर्ट के बाहर खड़ी तलाकशुदा जीनत अली सिद्दीकी की आंखों में भी खुशी के आंसू आ गये. उन्होंने कहा, हजारों, लाखों महिलाएं अपने घरों में रो रही हैं. जीनत ने कहा कि उनके पति ने वर्ष 2015 में उनको तलाक दे दिया था.

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जीनत ने बताया कि उनके पति ने उन्हें बेवजह तलाक दे दिया. उन्हें अपने दो बच्चों के साथ अपने माता-पिता के घर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा. उन्होंने कहा, नरेंद्र मोदी ने पुरुषों द्वारा महिलाओं को बिना किसी गलती के घर से निकाल बाहर करने की कुप्रथा को खत्म किया है. तीन तलाक ने हमारा जीवन दुश्वास कर दिया था.

जीनत ने कहा, जब किसी महिला के साथ ऐसा होता है, तो उन्हें बहुत खराब नजर से देखा जाता है. मैं जानती हूं कि इसके बाद कैसा महसूस होता है, क्योंकि मेरे साथ ऐसा हो चुका है.

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