श्रीनगर : पढ़ें, आखिर भीड़ ने क्यों मार डाला डीएसपी मोहम्मद अयूब को

श्रीनगर : जामिया मस्जिद के बाहर सुरक्षा में तैनात डीएसपी मोहम्मद अयूब पंडित को भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मार डालने की घटना के बाद अब कई चौंकाने वाले तथ्‍य सामने आ रहे हैं. खबरों के अनुसार , अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक के मस्जिद के अंदर ही मौजूद थे और बाहर मौजूद भीड़ ने पाकिस्तान समर्थित […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 24, 2017 10:38 AM

श्रीनगर : जामिया मस्जिद के बाहर सुरक्षा में तैनात डीएसपी मोहम्मद अयूब पंडित को भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मार डालने की घटना के बाद अब कई चौंकाने वाले तथ्‍य सामने आ रहे हैं. खबरों के अनुसार , अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक के मस्जिद के अंदर ही मौजूद थे और बाहर मौजूद भीड़ ने पाकिस्तान समर्थित नारे लगाने शुरू कर दिए. इस घटना का वीडियो अयूब बना रहे थे. इसी के कारण भीड़ ने उन्हें खुफिया एजेंसियों का एजेंट समझते हुए उन पर हमला बोल दिया और पीट-पीटकर मार मार डाला. यह घटना गुरुवार देर रात की है. डीएसपी का शव शुक्रवार को बरामद हुआ.

श्रीनगर : मस्जिद के बाहर भीड़ ने डीएसपी को पीट-पीटकर मार डाला

इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि डीएसपी मोहम्मद अयूब जामिया मसजिद के पास तैनात थे. उसी समय कुछ उपद्रवी उनके पास पहुंचे और मारपीट शुरू कर दी. डीएसपी ने अपनी आत्मरक्षा के लिए सर्विस पिस्टल से तीन बार फायरिंग की, जिसमें तीन उपद्रवी घायल हो गये. इसके बाद वहां भीड़ जमा हो गयी और उपद्रवियों के साथ मिल कर डीएसपी को पीटने लगी. अपने सीनियर के साथ मारपीट होते देख वहां मौजूद पुलिसकर्मी भाग खड़े हुए.

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भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने उनकी वर्दी उतारी और पत्थर मारे जिससे उनकी मौत हो गयी. बहुत देर तक डीएसपी का शव इलाके में पड़ा रहा. एक अधिकारी ने कहा कि अयूब मीर वाइज की सुरक्षा में तैनात थे. मसजिद के अंदर भाषण चल रहा था. वहीं से निकली भीड़ का निशाना बने.

मीरवाइज की मौजूदगी की होगी जांच : डीजीपी
डीएसपी मोहम्मद अयूब की मौत के बाद जम्मू – कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य ने कहा कि जब भीड़ ने उन्हें पीटना शुरू किया, तब अपने बचाव में उन्होंने दो-तीन फायर किये जिसमें कुछ लोग घायल हुए. उन्होंने कहा कि इस बात की भी जांच होगी कि क्या वहां पर अलगाववादी नेता मीरवाइज़ मौजूद थे या नहीं. वैद्य ने कहा कि अयूब जामिया मस्जिद के इंचार्ज थे, और उस समय वहां पर अकेले थे.

पुलिस के सब्र का इम्तिहान नहीं लें, वरना पुराना दौर लौट सकता है, जब लोग पुलिस की जिप्सी देखकर भाग जाते थे.
महबूबा मुफ्ती, सीएम, जम्मू कश्मीर

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