Research: संगीत सुनना आैर उसे याद करना, दो अलग-अलग दिमागी प्रक्रिया

वॉशिंगटन: संगीत सुनने और संगीत को याद करने में दिमाग की दो अलग-अलग प्रक्रियाएं शामिल होती हैं. एक नये अध्ययन में ऐसा दावा किया गया है. जहां पूर्व के शोधों में पाया गया कि संगीत से मुख्य तौर पर दिमाग के दाहिने हिस्से के कुछ भाग सक्रिय होते हैं लेकिन इस बारे में बहुत कम […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 11, 2019 8:16 PM

वॉशिंगटन: संगीत सुनने और संगीत को याद करने में दिमाग की दो अलग-अलग प्रक्रियाएं शामिल होती हैं. एक नये अध्ययन में ऐसा दावा किया गया है.

जहां पूर्व के शोधों में पाया गया कि संगीत से मुख्य तौर पर दिमाग के दाहिने हिस्से के कुछ भाग सक्रिय होते हैं लेकिन इस बारे में बहुत कम जानकारी थी कि जब संगीत बजता है तब यह हिस्से कैसे धुन के समय के साथ याद कर लेते हैं.

अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी और चीन की शिंघुआ यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने मिर्गी से पीड़ित पुरुष एवं महिला मरीजों के दिमाग की ‘इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी’ का अध्ययन किया.

इस दौरान उन्हें प्रसिद्ध संगीत जैसे बीथोवेन का ‘फर एलिज’ और रिचर्ड वागनर का ‘वेडिंग मार्च’ सुनाया गया. इस अध्ययन में पाया गया कि दिमाग के एक के ऊपर एक मौजूद हिस्सों का नेटवर्क संगीत सुनने से और फिर उस धुन को दिमाग के अंदर ही अंदर बजाने से जुड़ा हुआ है.

शोधकर्ताओं ने पाया कि संगीत से जुड़ी सूचनाएं संगीत सुनने और दिमाग में उस संगीत को फिर से बजाने के दौरान विपरीत दिशाओं में चलती हैं जिसमें सुनने के दौरान संकेत दिमाग के संवेदी हिस्से से आगे के हिस्से तक आते हैं और संगीत को याद करने के दौरान अग्र भाग से संवेदी हिस्से तक सफर करते हैं. यह शोध ‘जेन्यूरोसाइ’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है.

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