Heart Care Tips: तेजी से दिल के मरीज बन रहे हैं युवा, अगर आपकी भी है ऐसी लाइफस्टाइल तो हो जाये सचेत

Heart Care Tips: कुछ वर्ष पहले तक ऐसा माना जाता था कि कोरोनरी आर्टरी ब्लॉकेज (Coronary Artery Disease) से जुड़े रोग बुजुर्गों में होने वाली बीमारी है, लेकिन अब यह गुजरे जमाने की बात है. समय के साथ युवाओं का दिल कमजोर होता जा रहा है.

By Prabhat Khabar | February 10, 2021 11:41 AM

Heart Care Tips : हाल के वर्षों में युवाओं में हार्ट अटैक के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. एक रिसर्च के अनुसार, दुनियाभर में हार्ट अटैक के कुल केसेज में 20 प्रतिशत लोग ऐसे हैं, जिनकी उम्र 40 वर्ष या इससे भी कम है. वहीं भारत में 40 प्रतिशत हार्ट के मरीजों की उम्र 40 वर्ष से कम है. पिछले ही दिनों क्रिकेटर सौरव गांगुली (48 वर्ष) को भी हार्ट अटैक आया. ऐसे में आपके मन में भी यह सवाल आया होगा कि क्या फिट व्यक्ति को भी दिल का दौरा पड़ सकता है? आखिर वे कौन-सी चीजें हैं, जो युवाओं के दिल को कमजोर बना रही हैं.

कुछ वर्ष पहले तक ऐसा माना जाता था कि कोरोनरी आर्टरी ब्लॉकेज से जुड़े रोग बुजुर्गों में होने वाली बीमारी है, लेकिन अब यह गुजरे जमाने की बात है. समय के साथ युवाओं का दिल कमजोर होता जा रहा है. 40 वर्ष से कम उम्र के युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. साथ ही यह भी देखा गया है कि हार्ट अटैक से युवा मरीजों में मौत का जोखिम बुजुर्गों में मौत के जोखिम के समान ही होता है. एक रिसर्च के मुताबिक, देश में 3 करोड़ से ज्यादा लोग दिल से जुड़ी बीमारियों के शिकार हैं.

फिट दिखने व स्वस्थ होने में है अंतर

बाहर से फिट व स्वस्थ दिखने वाले व्यक्ति को भी हार्ट अटैक आ सकता है. फिट व्यक्ति के हार्ट की कंडीशन कैसी है, आर्टरीज में कितने परसेंट तक कोलेस्ट्रॉल का प्लैक है, यह बाहर से देख कर बोलना मुश्किल है. हालांकि, अपनी फिटनेस का ध्यान रख कर इसकी आशंका को जरूर कम किया जा सकता है. लेकिन, किसी फिट व्यक्ति को भी हार्ट अटैक होने की कई वजहें हो सकती हैं. खासकर, फैमिली हिस्ट्री वालों में जेनेटिक रिस्क फैक्टर तो आ ही जाता है. 35 वर्ष या उससे अधिक उम्र के युवा, जिनके माता-पिता में से किसी को हार्ट अटैक आ चुका है, वे स्वस्थ होने की स्थिति में भी ट्रेडमिल टेस्ट करके जरूर देख लें. इस टेस्ट के दौरान मैक्सिमम एक्सरसाइज करना चाहिए, जितना आपका शरीर अनुमति दे.

अगर आपकी उम्र है 35 वर्ष से ज्यादा

35 से 40 वर्ष की उम्र के बाद कई लोगों को लगता है कि एकाएक एक्सरसाइज करके वे दिल की बीमारी को दूर कर सकते हैं, लेकिन बिना उचित सलाह के कोई भी कठिन व्यायाम शुरू न करें. इससे फायदे की जगह नुकसान हो सकता है. ऐसी स्थिति में सुबह-शाम तेजी से चहलकदमी करें और एरोबिक एक्सरसाइज ही करें. यानी आपका शरीर जिस फिजिकल एक्टिविटी की अनुमति दे, वही एक्सरसाइज करना चाहिए. अगर आप मोटापे की समस्या से पीड़ित हैं. आपका ब्लड प्रेशर सामान्य से कम या ज्यादा रहता है, तो आप अपने हार्ट का चेकअप 30 वर्ष की उम्र से पहले भी करवा सकते हैं. इस तरह आप हार्ट अटैक के संभावित खतरे को काफी कम कर सकते हैं.

बातचीत : विवेकानंद सिंह

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