Exclusive : यूट्यूब पर पेरेंटिंग क्लासेज ले रहा हूं- अपारशक्ति खुराना

दंगल, सात उच्चके, स्त्री, लुका छिपी जैसी फिल्मों से खास पहचान बना चुके अभिनेता अपारशक्ति खुराना ज़ी 5 पर रिलीज होनेवाली फ़िल्म हेलमेट में लीड भूमिका में नज़र आएंगे. लीड एक्टर के तौर पर अपारशक्ति की यह पहली फ़िल्म होगी.

By कोरी | September 2, 2021 2:36 PM

दंगल, सात उच्चके, स्त्री, लुका छिपी जैसी फिल्मों से खास पहचान बना चुके अभिनेता अपारशक्ति खुराना ज़ी 5 पर रिलीज होनेवाली फ़िल्म हेलमेट में लीड भूमिका में नज़र आएंगे. लीड एक्टर के तौर पर अपारशक्ति की यह पहली फ़िल्म होगी. उनकी इस फ़िल्म,निजी जिंदगी और कैरियर पर उर्मिला कोरी की हुई बातचीत…

सबसे पहले आप हाल ही में एक बेटी के पिता बनें हैं खुशियों के साथ साथ कितना जिम्मेदारी वाला ये अनुभव साबित हो रहा है?

परसों अपनी बेटी का डायपर बदला था मैंने. मैं धीरे धीरे सीख रहा हूं.यूट्यूब पर पेरेंटिंग क्लासेज ले रहा है. कैसे ये सब चीज़ें मैनेज करनी होती है. फिल्मों में अलग अलग किरदार करता हूं. यहां बाप का किरदार प्ले कर रहा हूं. टचवुड लग रहा है कि अच्छा कर रहा हूं. खुद भी इस रोल को बहुत एन्जॉय कर रहा हूं.

भाई आयुष्मान खुराना से क्या कुछ टिप्स ली, वो दो बच्चों के पिता हैं?

वैसे तो फादरहुड बहुत निजी चीज़ होती है. ये ज़रूर चाहूंगा कि जिस तरह से आयुष्मान ने विराजवीर और वरुषका को संस्कार दिए हैं मैं अपनी बेटी में भी वह ला सकूं.

आपकी बेटी का नाम अरजोई हैं बहुत अलग नाम है?

मेरी पत्नी आकृति ने ये नाम रखा है. अरजोई का मतलब भगवान से मांगी गयी दुआ है. जिसे अरज भी कहते हैं. हमने भगवान से जो प्रार्थना की थी. उसी की वजह से वो इस दुनिया में आयी है. सबसे पहले हमने इसी नाम के बारे में सोचा था. उसके बाद हमने कोई और नाम के बारे में नहीं सोचा. आप मानेंगी नहीं हमने लड़के के किसी नाम के बारे में सोचा भी नहीं था. मुझे लगता है कि आप दिल से चीज़ें सोचते हैं और वो हो जाती है.

हेलमेट का जो कांसेप्ट हैं आमतौर पर ऐसी फिल्मों को करने के लिए आपके भाई आयुष्मान खुराना को जाना जाता है क्या आप उनके नक्शेकदम पर चलने वाले हैं?

मैं ये बात मानूंगा कि भइया ने इस तरह की फिल्मों में झंडा गाड़ दिया है. जब से विक्की डोनर आयी है फ़िल्ममेकर ने वैसी फिल्में बनानी शुरू कर दी है. एक्टर्स ने भी वैसी फिल्में करनी शुरू कर दी है. लेखक ने वैसी फिल्में लिखनी शुरू कर दी है. मैंने नहीं पूरी इंडस्ट्री ने इस ट्रेंड को फॉलो किया है. चूंकि मैं भी इसी इंडस्ट्री का हिस्सा हूं तो मेरे पास ऐसी स्क्रिप्ट्स आ रही थी लेकिन हेलमेट मुझे बहुत पसंद आयी. भइया की फिल्मों से इस हेलमेट की तुलना करना गलत होगा. यह बहुत ही अलग तरह के विषय पर फ़िल्म है. यह फ़िल्म जनसंख्या और कंडोम के बारे में मैसेज देती है.

आप अपनी इस फ़िल्म से क्या मैसेज देना चाहते हैं?

हम हमेशा अपने देश को भला बुरा कहते हैं. लोग कहते हैं कि यहां गरीबी, अशिक्षा , बेरोजगारी है. हमारे यहां मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है. कोविड में ये फेल हो गया अरे फेल तो होगा ही जनसंख्या अगर इतनी होगी तो. सारी समस्याओं की मूल वजह जनसंख्या ही है और उसको हम कंडोम का इस्तेमाल करके कंट्रोल कर सकते हैं. हमने बहुत सहज और सरल तरीके से इस बात को फ़िल्म में कही है. यह इन्फो इंटरटेंमेंट फ़िल्म है. तीन सितंबर को यह फ़िल्म देखने के बाद 4 सितंबर को दसलोग भी मेडिकल स्टोर में खड़े होकर सीधे तौर पर कंडोम बोलकर खरीद ले तो हमें लगेगा कि हम अपने मकसद में कामयाब हुए हैं.

क्या वजह है जो अभी भी कंडोम खरीदने को हमारे समाज ने हौवा बना रखा है?

परेशानी ये है कि हमारे यहां पर स्कूल और कॉलेज लेवल पर सेक्स एजुकेशन नहीं है इसलिए हौवा बना हुआ है. हमारे देश में कंडोम खरीदना तो अजीबोगरीब है ही उसको घर में कहां रखना है वो भी एक मुद्दा है. लोग बिना लाइसेंस के तमंचे शो ऑफ करते हैं उसमें उन्हें शर्म नहीं आती है कंडोम खरीदने में शर्म आती है. मैं भी इसी देश का हूं यहीं पला बढ़ा हूं. स्क्रिप्ट की बहुत सारी बातें मुझसे भी रिलेट होती हैं। यही वजह थी कि लगा कि फ़िल्म बननी चाहिए. इस पर बात होनी चाहिए.

जनसंख्या कंट्रोल करने के लिए कानून बनाने की भी बात हो रही है आपका इस पर क्या कहना है?

कानून बनाने की जो बातें हो रही हैं. उसमें हम तब पहुंचेंगे जब हम बेसिक चीजों पर फतेह कर लेंगे. पहले घर की नींव तो डालिये फिर इंटीरियर करने का सोचिए.

ओटीटी पर फ़िल्म की रिलीज क्या एक्टर के तौर पर कम प्रेशर देती है?

हां, हमारी फ़िल्म को जी 5 ने खरीद लिया है तो हमको बॉक्स आफिस का वो प्रेशर नहीं है कि कितना कमाएगी कितना नहीं हम फायदे में हैं . ये पता है इसलिए कई बार ये पहलू हम एक्टर्स के लिए अच्छा भी होता है.

हेलमेट में आप लीड भूमिका में हैं क्या अब ऐसी भूमिकाएं ही आपकी प्राथमिकता होंगी?

अब मैं प्लानिंग नहीं करता हूं. एक ज़माने में जब करता था तो सारे के सारे प्लान ठप हो जाते थे. मैंने हेलमेट में लीड रोल कर लिया तो मतलब ये नहीं है कि अब आप मुझे लीड रोल में ही देखेंगे. अच्छी स्क्रिप्ट,अच्छी टीम,अच्छा रोल होगा तो पहले की तरह आगे भी फिल्में करता रहूंगा भले वो लीड रोल हो या ना हो. मेरी आनेवाली फिल्मों में तो मैं ग्रे शेड में दिखूंगा. सस्पेंस थ्रिलर एक फ़िल्म की शूटिंग पूरी कर ली है. उसमें मैं कश्मीरी आतंकवादी बना हूं. एक वेब शो भी शूट कर रहा हूं. वो आनेवाले साल का ओटीटी का बहुत बड़ा शो होने वाला है.उसका नाम अभी नहीं बता सकता हूं लेकिन ये ज़रूर कहूंगा कि पूरी तरह से ग्रे शेड होगा.

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