अपनी बायोपिक के लिए Milkha Singh ने लिया था सिर्फ एक रुपया, पूरी नहीं हो पाई ‘फ्लाइंग सिख’ की ये आखिरी इच्छा

महान एथलीट 'फ्लाइंग सिख' के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह का कोरोना से 91 साल की उम्र में निधन हो गया. मिल्खा सिंह के निधन के बाद से ही सोशल मीडिया पर हर कोई उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहा हैं. इस महान धावक के बायोपिक पर फिल्म भाग मिल्खा भाग बनी है, जिसमें एक्टर फरहान अख्तर ने उनका किरदार निभाया था. लेकिन ये बात कम ही लोगों को मालूम है कि फिल्म बनाने की अनुमति देने के बदले निर्माता राकेश ओम प्रकाश मेहरा से उन्होंने सिर्फ एक रुपए का नोट लिया था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 19, 2021 11:11 AM

महान एथलीट ‘फ्लाइंग सिख’ के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह का कोरोना से 91 साल की उम्र में निधन हो गया. मिल्खा सिंह के निधन के बाद से ही सोशल मीडिया पर हर कोई उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहा हैं. इस महान धावक के बायोपिक पर फिल्म भाग मिल्खा भाग बनी है, जिसमें एक्टर फरहान अख्तर ने उनका किरदार निभाया था. लेकिन ये बात कम ही लोगों को मालूम है कि फिल्म बनाने की अनुमति देने के बदले निर्माता राकेश ओम प्रकाश मेहरा से उन्होंने सिर्फ एक रुपए का नोट लिया था.

एक रुपए का नोट

साल 2013 में मिल्खा सिंह की बायोपिक ‘रेस ऑफ माई लाइफ’ पब्लिश हुई थी, जिसे उनकी बेटी सोनिया सांवलका ने लिखी थी. जिसके बाद फिल्म निर्माता राकेश ओम प्रकाश मेहरा ने ‘भाग मिल्खा भाग’ फिल्म बनाने का निर्णय लिया. लेकिन इस फिल्म को बनाने देने की अनुमति देने से पहले मिल्खा सिंह ने उनसे एक रुपए का नोट मांगा था.

मिल्खा सिंह की आखिरी इच्छा

आपको बता दें कि इस एक रुपए की खास अहमियत थी, ये नोट 1958 का था. इसी साल मिल्खा सिंह ने राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार स्वतंत्र भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता था. ये नोट पाकर वो काफी इमोशनल हो गए थे. वहीं, उनकी एक आखिरी इच्छा थी कि जो रोम ओलंपिक में स्वर्ण पदक उनके हाथ नहीं आ पाया था, उसे वो दुनिया छोड़ने से पहले अपने देश में देखना चाहते थे. लेकिन ये इच्छा उनकी इच्छा ही बनकर रह गई.

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मिल्खा सिंह को याद कर इमोशनल हुए फरहान अख्तर

फरहान अख्तर ने अपने ट्विटर पर मिल्खा सिंह को यादकर एक इमोशनल मैसेज लिखा हैं. वो लिखते है, ‘प्रिय मिल्खा जी, मेरा एक हिस्सा अब भी यह मानने से इंकार कर रहा है कि आप नहीं रहे. हो सकता है कि यह जिद्दी पक्ष है जो मुझे आपसे विरासत में मिला है. वह पक्ष जब यह किसी चीज पर अपना दिमाग लगाता है, बस कभी हार नहीं मानता.’

आगे फरहान ने लिखा, ‘और सच्चाई यह है कि आप हमेशा जीवित रहेंगे. क्योंकि आप एक बड़े दिल वाले, प्यार करने वाले, गर्मजोशी से भरे हुए, जमीन से जुड़े इंसान थे. आपने एक विचार का प्रतिनिधित्व किया. आपने एक सपने का प्रतिनिधित्व किया. आपने प्रतिनिधित्व किया कितनी मेहनत, ईमानदारी और दृढ़ संकल्प किसी व्यक्ति को उसके घुटनों से उठाकर आसमान छू सकता है. आपने हमारे पूरे जीवन को छुआ है. जो लोग आपको एक पिता और एक दोस्त के रूप में जानते हैं, उनके लिए यह एक आशीर्वाद था. उन लोगों के लिए जो प्रेरणा के निरंतर स्रोत और सफलता में विनम्रता की याद दिलाने के रूप में नहीं थे. मैं आपको पूरे दिल से प्यार करता हूं.’

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