Hindi Diwas 2020 : नेटफ्लिक्स-अमेजॉन ने हिंदी से नाता जोड़ा तभी कोरोना संकट में नहीं टूटा फैंस का बॉलीवुड से रिश्ता

Hindi Diwas 2020, hindi Bollywood movies, online streaming apps, netflix, amazon prime, ott platform : भारत (India) के ऑनलाइन स्ट्रिमिंग प्लेटफॉर्म (ओटीटी) (online streaming apps in india) जगत को इस बात का एहसास हो गया है कि उनका गुजारा हिंदी के बगैर नहीं होनेवाला है. नेटफ्लिक्स (netflix) और अमेजॉन प्राइम (amazon prime movies hindi) जैसे अंतरराष्ट्रीय ओटीटी प्लेटफॉर्म (ott platform) शुरू तो अंग्रेजी कंटेंट के साथ हुए थे, लेकिन उन्हें जल्द ही यह बात समझ में आ गयी कि भारत के दर्शकों को हिंदी और दूसरी स्थानीय भाषाओं के कंटेंट ज्यादा पसंद हैं. भारतीय दर्शक ओटीटी प्लेटफॉर्मों पर मुख्य तौर पर हिंदी सामग्री देख रहे हैं. इवाय-फिक्की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में दर्शकों द्वारा ओटीटी प्लेटफॉर्म पर जितना समय खर्च किया जाता है, उसका 63 फीसदी यानी दो तिहाई हिस्सा हिंदी कंटेंट (hindi movies on ott platform) के हिस्से जाता है, जबकि सिर्फ 7 प्रतिशत हिस्सा अंग्रेजी कंटेंट के खाते में जाता है. बाकी 30 फीसदी क्षेत्रीय भाषाओं के कंटेट को देखने पर खर्च होता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 14, 2020 10:29 AM

Hindi Diwas 2020, hindi Bollywood movies, online streaming apps, netflix, amazon prime, ott platform : भारत (India) के ऑनलाइन स्ट्रिमिंग प्लेटफॉर्म (ओटीटी) (online streaming apps in india) जगत को इस बात का एहसास हो गया है कि उनका गुजारा हिंदी के बगैर नहीं होनेवाला है. नेटफ्लिक्स (netflix) और अमेजॉन प्राइम (amazon prime movies hindi) जैसे अंतरराष्ट्रीय ओटीटी प्लेटफॉर्म (ott platform) शुरू तो अंग्रेजी कंटेंट के साथ हुए थे, लेकिन उन्हें जल्द ही यह बात समझ में आ गयी कि भारत के दर्शकों को हिंदी और दूसरी स्थानीय भाषाओं के कंटेंट ज्यादा पसंद हैं. भारतीय दर्शक ओटीटी प्लेटफॉर्मों पर मुख्य तौर पर हिंदी सामग्री देख रहे हैं. इवाय-फिक्की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में दर्शकों द्वारा ओटीटी प्लेटफॉर्म पर जितना समय खर्च किया जाता है, उसका 63 फीसदी यानी दो तिहाई हिस्सा हिंदी कंटेंट (hindi movies on ott platform) के हिस्से जाता है, जबकि सिर्फ 7 प्रतिशत हिस्सा अंग्रेजी कंटेंट के खाते में जाता है. बाकी 30 फीसदी क्षेत्रीय भाषाओं के कंटेट को देखने पर खर्च होता है.

हमारे देश में ओटीटी मंच पर हिंदी सामग्री की शुरुआत नेटफ्लिक्स ओरिजिनल्स द्वारा निर्मिति सेक्रेड गेम्स से हुई. इसके बाद से न केवल नेटफ्लिक्स पर, बल्कि अमेजॉन प्राइम, हॉटस्टार जैसे अन्य प्लेटफॉर्मों पर भी नियमित तौर पर हिंदी वेबसीरीज अवतरित होते रहे हैं. मिर्जापुर, पाताल लोक, फैमिली मैन, बंदिश बैंडिट्स, आर्या, चमनबहार, होस्टेजेस, स्पेशल ऑप्स, पुष्पावली जैसे कई वेबसीरीज दर्शकों द्वारा सराहे जा चुके हैं. कोविड-19 के कारण सिनेमाघरों के बंद होने के कारण गुलाबो सिताबो, शकुंतला देवी, दिल बेचारा जैसी फिल्में सीधे डिजिलटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुर्हं.

हिंदी की मांग को देखते हुए ही डिज्नी हॉटस्टार ने बच्चों के लिए अपनी सभी एनिमेशन फिल्मों को हिंदी में डब करके पेश किया है. अलादीन, फ्रोजेन, फाइंडिंग डोरी, मुलान, टेंगल्ड, पीटर पैन, बिग हीरो, जंगल बुक, डम्बो, द लॉयन किंग जैसी लोकप्रिय एनिमेशन फिल्में खासतौर पर हिंदी में डब करके पेश की गयी हैं. लॉयन किंग के लिए शाहरुख खान और उनके बेटे ने डबिंग की है, जो यह बताता है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म हिंदी कंटेंट को कितनी गंभीरता से लेते हैं.

रेड सियर की रिपोर्ट के मुताबिक स्ट्रीमिंग इंडस्ट्री के विकास में हिंदी कंटेंट का बड़ा योगदान है. अप्रैल-जुलाई 2020 में भारत में कुल स्ट्रीमिंग में 50 फीसदी से ज्यादा हिस्सा हिंदी भाषा की सामग्री का था. मार्च और जुलाई, 2020 के बीच भारत के ओटीटी जगत में पेड ग्राहकों की संख्या 30 फीसदी बढ़कर 2.9 करोड़ हो गयी. इस बढ़ोतरी में छोटे शहरों का भी योगदान था. इन शहरों से अपनी भाषा में कंटेंट की मांग काफी ज्यादा है. अनुमान है कि ओटीटी प्लेटफॉर्मों के अगले 10 करोड़ उपयोगकर्ताओं में से ज्यादातर छोटे शहरों से आयेंगे. एक रिपोर्ट के मुताबिक 90 फीसदी उपभोक्ता अपनी क्षेत्रीय भाषा के वीडियो कंटेंट देखना पसंद करते हैं.

Posted By : Sumit Kumar Verma

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