UP Chunav 2022: औरैया में अखिलेश यादव बोले- उम्र सीमा बढ़ाकर नौकरी देनी पड़ी तो देंगे, बस BJP को खदेड़ दो

औरैया में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि पहले और दूसरे चरण के चुनाव के बाद से ही बीजेपी के नेताओं की गर्मी निकल गई है. उन्होंने कहा कि जनता की अदालत ने मंत्री के लड़के को जमानत नहीं दी है. भले ही देश की अदालत ने किसानों के हत्यारे बेटे को जमानत दे दी है.

By Prabhat Khabar | February 16, 2022 2:03 PM

Akhilesh Yadav Auraiya Visit: औरैया में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि पहले और दूसरे चरण के चुनाव के बाद से ही बीजेपी के नेताओं की गर्मी निकल गई है. उन्होंने कहा कि जनता की अदालत ने मंत्री के लड़के को जमानत नहीं दी है. भले ही देश की अदालत ने किसानों के हत्यारे बेटे को जमानत दे दी है. वहीं, उन्होंने शिक्षामित्रों को भर्ती करने सहित अन्य सरकारी पदों पर सेलेक्शन के लिए कहा कि नौकरी की चाह में जिनकी उम्र निकल गई है. उनकी आयु में राहत देकर भी भर्ती करनी पड़ी तो भर्ती करेंगे.

‘तीन महीने के अंदर जाति जनगणना कराएंगे’

अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग कहते थे कि गर्मी निकाल देंगे, उनके समर्थक पहले ही चरण में ठंडे पड़ गए हैं. दूसरे चरण में जिस तरह का वोट पड़ा है, उनके कार्यकर्ता सुन्न हो गए हैं. जब उन्नाव के लोग वोट डालेंगे तो यहां पर भाजपा का खाता नहीं खुलेगा, शून्य हो जाएगा. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के लोग जाति जनगणना, पिछड़ों की गिनती और दलितों की गिनती इसलिए नहीं कराना चाहते क्योंकि यह सिर्फ कागजों पर पिछड़े हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के लोग जातियों को लेकर झगड़ा लगा देते हैं. इसलिए सपा ने तय किया है कि सरकार बनते ही तीन महीने के अंदर जाति जनगणना कराएंगे, जिससे आबादी के हिसाब से सबको सबका हक मिल जाए.

‘बाबा मुख्यमंत्री बलात्कार के आरोपी से अपने कार्यालय में मिलते थे’

इससे पहले भी वे कई गंभीर आरोप लगा चुके हैं. यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा था कि बाबा मुख्यमंत्री का प्रिय जानवर टक्कर मारकर लोगों की जान ले रहा है. सपा ने तय किया है अगर सांड की टक्कर से किसी की जान जाएगी तो उसके परिवार की 5 लाख रुपये देकर मदद दी जाएगी. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा वाले कहते हैं कि समाजवादी पार्टी की सरकार में कानून व्यवस्था ठीक नहीं थी. उन्नाव से ज्यादा इसको कौन जान सकता है? हमारे बाबा मुख्यमंत्री बलात्कार के आरोपी से अपने कार्यालय में मिलते थे. क्या ये कानून व्यवस्था सही करेंगे?

Next Article

Exit mobile version