सरपंच से कांग्रेस सचिव तक… UP में प्रियंका गांधी के ‘लेफ्टिनेंट’ बने सत्यनारायण पटेल की राह कितनी मुश्किल?

UP Chunav 2022 Priyanka Gandhi: AICC ने अपनी मध्य प्रदेश से आने वाले कद्दावर नेता सत्यनारायण पटेल को पार्टी का सचिव नियुक्त किया है, जो पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी का उत्तर प्रदेश में सहयोग करेंगे. पटेल दिग्विजय सिंह के करीबी नेता माने जाते हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 23, 2021 2:02 PM

यूपी में बीजेपी, सपा, बसपा और कांग्रेस सहित सभी दलों ने चुनावी बिसात बिछानी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में कांग्रेस ने यूपी में प्रियंका गांधी के सहयोग के लिए सत्यनारायण पटेल को सचिव को नियुक्त किया है. इससे पहले यूपी में आठ सचिव को कांग्रेस बना चुकी है. सत्यनारायण पटेल मध्यप्रदेश के कद्दावर नेता माने जाते हैं.

जानकारी के अनुसार AICC ने अपनी मध्य प्रदेश से आने वाले कद्दावर नेता सत्यनारायण पटेल को पार्टी का सचिव नियुक्त किया है, जो पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी का उत्तर प्रदेश में सहयोग करेंगे. पार्टी के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पटेल की नियुक्ति को स्वीकृति प्रदान की है.

सरपंच से कांग्रेस सचिव तक- सत्यनारायण पटेल ने अपनी राजनीतिक की शुरुआत सरपंच निर्वाचित होने के बाद शुरु किया था. इसके बाद सत्यनारायण पटेल जिला पंचायत का अध्यक्ष बने. वहीं 1998 में पटेल इंदौर नंबर 5 सीट से विधायक चुने गए. इसके बाद 2008 के चुनाव में फिर से देपालपुर से विधानसभा पहुंचे.

बता दें कि सत्यनारायण पटेल दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाते हैं. 2009 और 2014 में कांग्रेस ने पटेल को इंदौर सीट से प्रत्याशी बनाया, लेकिन वे सफल नहीं हो सके. हालांकि संगठन में काम करने का उनका खासा अनुभव है.

राह नहीं है आसान– बता दें कि यूपी में पहले से राजेश तिवारी, तौकीर आलम, प्रदीप नरवाल, बाजीराव खाडे, धीरज गुर्जर, रोहित चौधरी, सचिन नायक और जुबैर खान पहले से ही उत्तर प्रदेश में बतौर सचिव अलग-अलग भूमिकाओं में प्रियंका गांधी के सहयोगी की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. बताया जा रहा है कि चुनाव से पहले सत्यनारायण पटेल को कांग्रेस ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. ऐसे पार्टी को कम समय में अधिक सफलता दिलाने की सबसे बड़ चुनौती उनके सामने है.

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