वैश्य समाज सम्मेलन में CM योगी आदित्यनाथ बोले-हम सरदार पटेल को मानते हैं, विपक्षी दल जिन्ना का सम्मान करते हैं

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर वैश्य समाज को रिझाने के लिए कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है. गामतीनगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित इस कार्यकम में वैश्य समाज से आने वाले बड़े चेहरों से आज मुखातिब होकर उनसे पार्टी को वोट देने की अपील की गई.

By Prabhat Khabar | November 14, 2021 12:37 PM

Lucknow News : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर वैश्य समाज को रिझाने के लिए कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है. गामतीनगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित इस कार्यकम में वैश्य समाज से आने वाले बड़े चेहरों से आज मुखातिब होकर उनसे पार्टी को वोट देने की अपील की गई.

इस वैश्य समाज को पार्टी की ओर आकर्षित करने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में मौर्य, कुशवाहा और सैनी समाज के बड़े चेहरों को बुलाया गया था. कार्यक्रम का नाम ‘सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन’ रखा गया है. बता दें कि 14 नवंबर को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित किए गए इस वैश्य समाज सम्मेलन के कर्ताधर्ता वरिष्ठ नेता नरेश अग्रवाल हैं. यूपी में वैश्य समाज की करीब 18 प्रतिशत जनसंख्या है. यही वजह है कि सभी राजनीतिक पार्टियां इनको अपने खेमे में करने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही हैं. सीएम योगी ने विरोधी दलों पर हमला बोलते हुए कहा, ‘विपक्ष के पास मुद्दा नहीं है, वो सरदार पटेल का अपमान करना चाहते हैं. राष्ट्र नायक सरदार पटेल एक ओर हैं और राष्ट्र को तोड़ने वाले जिन्ना दूसरी तरफ हैं. वो लोग जिन्ना का समर्थन करते हैं और हम सरदार पटेल का समर्थन करते हैं.’

उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत में ही मौर्य, कुशवाहा और सैनी समाज से आने वालों को देश की प्रगति में बड़ा योगदान देने वाला समाज करार दिया. उन्होंने कहा कि देश के इतिहास के साथ हमेशा से खिलवाड़ होता रहा है. वे बोले, ‘चंद्रगुप्त मौर्य का शासन काल देश का स्वर्णिम काल था मगर इतिहासकारों ने सिकंदर को महान बता रखा है. सबकुछ जानकर भी आज इतिहासविद चुप हैं.’

उन्होंने अपने भाषण में महात्मा बुद्ध की विचारधारा का बार-बार जिक्र करते हुए कहा कि महात्मा बुद्ध ने सदैव लोगों को शांति और सद्भावना का ही संदेश दिया है. मगर तकरीबन बीस बरस पहले अफगानिस्तान में उनकी भव्य प्रतिमा को तोड़ दिया गया था. वे इतना कहने के साथ ही आगे कहते हैं, ‘भाजपा के विरोधी दलों को यदि आप सहयोग कर रहे हैं तो यकीन मानिए कि आप तालीबानी विचारधारा वालों को सपोर्ट कर रहे हैं.’

गौरतलब है कि भाजपा ने हाल ही में प्रदेश के यादव वोट बैंक को अपने खेमे में लाने के लिए यादव महासभा का आयोजन किया था. हालांकि, इसके बारे में यादव मतदाताओं के सबसे बड़े पैरोकार माने जाने वाले समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी यही कहते रहे हैं कि भाजपा की इन कोशिशों का कोई लाभ नहीं होने वाला है. यादव वोटबैंक हमेशा से ही सपा को प्राथमिकता देता रहा है और देता रहेगा. वहीं, ब्राह्मण व वैश्य समाज के वोट को भाजपा बरसों से अपना प्राथमिक वोट मानती आ रही है.

इस सम्मेलन में प्रमुख रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल शामिल हुए. इस बीच केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, ‘जिस प्रकार से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए हैं. उन्होंने एक्सपोर्ट प्रमोशन का अलग से एक विभाग बनाया है. मैं समझता हूं उत्तर प्रदेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच को जमीन पर उतारा है.’

साथ ही, उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था एक देश के विकास का प्रमुख अंश होता है, भारत के उद्योग जगत ने मिलकर अर्थव्यवस्था का सुरक्षित रखा है. निर्यात में भी हम बड़ी छलांग लगाने जा रहे है ये दूसरा सूत्र हमारे लिए एक अच्छा संकेत लेके आता है.

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