प्रयागराज में अब चाय पीते हुए आपस में भिड़े कांग्रेसी, 15 दिन पहले समोसा पार्टी में हुई थी भिड़ंत

60 फीट रोड पर एक चाय की दुकान में एक पार्टी नेता के पिता के अंतिम संस्कार से लौटने के बाद करीब आधा दर्जन वरिष्ठ कांग्रेस नेता चाय पी रहे थे. कुछ देर बाद चाय पीते-पीते पार्षद चुनाव लड़ने को लेकर प्रयागराज में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष व शहर कमेटी के महासचिव आपस में भिड़ गए.

By Prabhat Khabar | October 24, 2021 11:58 AM

प्रयागराज. जैसे-जैसे 2022 विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक दलों में नेताओं के मतभेद भी उजागर हो रहे हैं. ताजा मामला जनपद की कांग्रेस पार्टी का है. शनिवार की शाम को चाय की चुस्की लेते समय कांग्रेस नेताओं में गाली-गलौज तक की नौबत आ गई. इसके पहले दो नेता समोसा खाते हुये आपस में भिड़ गये थे.

दरअसल, बीती शाम 60 फीट रोड पर एक चाय की दुकान में एक पार्टी नेता के पिता के अंतिम संस्कार से लौटने के बाद करीब आधा दर्जन वरिष्ठ कांग्रेस नेता चाय पी रहे थे. कुछ देर बाद चाय पीते-पीते पार्षद चुनाव लड़ने को लेकर प्रयागराज में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष व शहर कमेटी के महासचिव आपस में भिड़ गए. अचानक शुरू हुई इस गहमा-गहमी के बीच दोनों नेता एक-दूसरे से गाली-गलौज करने लगे. धमकियों की बारिश हो गई. विवाद इतना बढ़ गया की मारपीट की स्थिति पैदा हो गई. हालांकि वहां मौजूद पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने झगड़े में बीच-बचाव करके दोनों को अलग हटाया. मगर तब तक मतभेद उजागर हो चुका था.

इस संबंध में शहर महासचिव सिब्तैन बब्लू का कहना है कि पार्टी नेताओं के बीच उन्होंने वार्ड 80 से इस बार पार्षद का चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी. इसके बाद वहां बैठे अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अरशद अली ने व्यंग्य करते हुए कहा कि जितने चाहो उतने लोगों को लड़ा लेना, जिसके बाद यह विवाद हुआ. वहीं, अरशद अली का कहना है कि उनका किसी से कोई विवाद नहीं हुआ है. पार्टी के कुछ नेता उनको हटाना चाहते हैं. इसीलिए बेवजह बदनाम करने के लिए झूठे आरोप लगाकर उनकी छवि को बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है.

पहले समोसा पार्टी पर हो चुकी है भिड़ंत : कांग्रेस नेताओं में इस बीच लगातार विवाद हो रहा है. करीब 15 दिन पहले शहर सचिव रहे इरशाद उल्ला व प्रवक्ता हसीब अहमद के बीच समोसे को लेकर विवाद हो गया था. समोसे को लेकर हुए विवाद में मारपीट तक हो गई थी. इस वक्त समोसे का यह विवाद कर्नलगंज थाने तक पहुंच गया है. इसके बाद कांग्रेस के इरशाद उल्ला ने सोनिया गांधी के साथ भाजपा सांसद वरुण गांधी के कांग्रेस में स्वागत का पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था. उस वक्त कांग्रेस ने इस मामले में त्वरित संज्ञान लेते हुए इरशाद उल्लाह को 15 दिन के लिए सचिव पद से हटा दिया गया था.

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(रिपोर्ट: एसके इलाहाबादी, प्रयागराज)

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