Online Study Platform: इसरो दे रहा अंतरिक्ष की गहराइयों को समझने का मौका, ऐसे करें आवेदन

भारत की स्पेस एजेंसी, इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो) ने अंतरिक्ष विज्ञान में रुचि रखनेवाले युवाओं के लिए एक प्लेटफार्म तैयार किया है. अंतरिक्ष जिज्ञासा नामक इस प्लेटफॉर्म पर युवा विज्ञान, तकनीक, प्रौद्योगिकी व गणित विषयों के माध्यम से स्पेस की गहराई को समझ सकेंगे.

By Prabhat Khabar | January 19, 2023 9:20 AM

अंतरिक्ष विज्ञान में दिलचस्पी रखने वाले युवाओं के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) ने अंतरिक्ष जिज्ञासा नामक ऑनलाइन स्टडी प्लेटफॉर्म लांच किया है. यह एक वर्चुअल प्लेटफार्म है, जिसमें कुल 7 ऑनलाइन प्रोग्राम दिये गये हैं. इन प्रोग्राम्स में युवाओं के लिए लगभग 42 वीडियो लेक्चर एवं 113 नॉलेज रेपोजिट्री हैं. आप अगर स्पेस की गइराइयों को समझने की इच्छा रखते हैं, तो अंतरिक्ष जिज्ञासा प्लेटफॉर्म पर लॉगइन कर सकते हैं…

भारत की स्पेस एजेंसी, इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो) ने अंतरिक्ष विज्ञान में रुचि रखनेवाले युवाओं के लिए एक प्लेटफार्म तैयार किया है. अंतरिक्ष जिज्ञासा नामक इस प्लेटफॉर्म पर युवा विज्ञान, तकनीक, प्रौद्योगिकी व गणित विषयों के माध्यम से स्पेस की गहराई को समझ सकेंगे. इसके लिए अभ्यर्थी को अंतरिक्ष जिज्ञासा की आधिकारिक वेबसाइट पर रजिस्टर करना होगा. इस मंच पर स्पेस की जानकारियों से संबंधित कई कोर्स लांच किये गये हैं, जिनके जरिये युवा स्पेस को वर्चुअली एक्सप्लोर कर सकेंगे. एक नजर अंतरिक्ष जिज्ञासा पर दिये गये कोर्सेज पर…

स्काईपिक्स : यह बच्चों के लिए एक क्रिएटिव प्लेटफॉर्म है, जो उन्हें एस्ट्रोनॉमी, एस्ट्रोफिजिक्स और स्पेस से जुड़ी रचनात्मकता और कल्पना के दर्शाने का मौका देता है. स्काईपिक्स पर यंग लर्नर्स अपनी क्रिएटिव फोटोग्राफी, स्केच, ड्राइंग्स व वीडियो शेयर कर सकते हैं. बच्चों द्वारा शेयर किये गये क्रिएटिव मटीरियल का समय-समय पर इसरों द्वारा मूल्यांकन किया जाता है और सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुतियों को पुरस्कृत भी किया जाता है.

शिक्षा गगन : यह एक एक्टिव लर्निंग वर्चुअल प्लेटफार्म है, जो स्पेस साइंस, टेक्नोलॉजी एवं इसके एप्लीकेशंस के बारे में लर्नर्स को सेल्फ-पेस्ड ऑनलाइन कोर्स ऑफर करता है. इसरो ई-क्लास लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम में रजिस्टर व लॉग इन करके युवा ई-लर्निंग कंटेंट व स्टडी मटेरियल को एक्सेस कर सकते हैं. प्लेटफॉर्म में हिस्सा लेनेवाले लर्नर्स को प्रत्येक पाठ्यक्रम के लिए निर्धारित गाइडलाइंस का पालन करना होता है. ऑनलाइन एक्टिविटीज में भाग लेना होता है और पाठ्यक्रम पूरा होने का प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए असेसमेंट करना होता है. ये कोर्स मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स (मूक) के रूप में उपलब्ध है. कोर्स के लिए लॉगइन करनेवाले अभ्यर्थी का रजिस्ट्रेशन 3 महीने तक मान्य होता है.

स्पेस वार्ता : स्पेस वार्ता इसरो के वैज्ञानिकों की आवाज के माध्यम से चलाया जाने वाला प्रोग्राम है. इस प्रोग्राम के तहत वैज्ञानिक अंतरिक्ष विज्ञान, टेक्नोलॉजी, एप्लीकेशंस के विशिष्ट क्षेत्रों से संबंधित वैज्ञानिक अवधारणाओं, उनके सिद्धांतों, किसी स्पेस मिशन के दौरान आनेवाली मुश्किलों व सिस्टम को लागू करने से जुड़े अनुभवों को साझा करते हैं. अधिक से अधिक लर्नर इस प्रोग्राम का हिस्सा बन सकें, इसके लिए प्रोग्राम के लाइव सेशंस को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी उपलब्ध कराया जाता है. प्रोग्राम में हिस्सा लेनेवाले रजिस्टर्ड लर्नर कोर्स के दौरान प्रश्न पोस्ट कर सकते हैं और एक्सपर्ट से उनके जवाब प्राप्त कर सकते हैं. स्पेस वार्ता पर अगला प्रोग्राम 11 फरवरी, 2023 को शाम 4 से 5 बजे तक पेश किया जायेगा. इस प्रोग्राम का टॉपिक ‘द जर्नी ऑफ ए सेटेलाइट इन स्पेस वेदर’ होगा.

अंतरिक्ष नवाचार व स्पार्क अंतरिक्ष जिज्ञासा प्लेटफॉर्म पर अंतरिक्ष नवाचार व स्पार्क प्रोग्राम भी उपलब्ध हैं. अंतरिक्ष नवाचार में छात्र अपने विचार, मॉडल, सॉफ्टरवेयर, तकनीक, समस्या समाधान विचार, शोध परिणाम और अन्य रचनात्मक चीजों को प्रस्तुत कर सकते हैं. इसरो समय-समय पर उनकी क्रिएटिविटी का मूल्यांकल करेगा. वहीं स्पार्क इसरो का पहला 3डी वर्चुअल स्पेस पार्क है. इस पार्क में संग्रहालय, थिएटर, लाइफ-साइज रॉकेट बगीचा, झील के किनारे कैफे, वेधशाला और बच्चों के खेलने का मैदान शामिल है. अन्य जानकारी के लिए देखें : https://jigyasa.iirs.gov.in/

स्पेस क्विज : यह एक ऑनलाइन क्विज प्रोग्राम है. इसराे द्वारा समय-समय पर इस प्रोग्राम की घोषणा की जाती है, जिसमें छात्रों को ऑनलाइन क्विज में हिस्सा लेना होता है और पासिंग स्कोर प्राप्त करने होते हैं. इस क्विज प्रोग्राम में पार्टिसिपेट करनेवाले छात्रों को इसरो की ओर से सर्टिफिकेट दिया जाता है.

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