Vande Bharat Trains: पटरियों पर जल्द दौड़ेगी सेमी-हाई स्पीड यह ट्रेन, जानिए क्या है रेलवे का बड़ा प्लान

Vande Bharat Trains: नई वंदे भारत ट्रेनों में सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जायेगा. रेलवे अधिकारी ने कहा कि नई ट्रेनों में यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान की जायेगी. इनमें स्वचालित दरवाजे होंगे, डिब्बों के लिए सेंसर से संचालित दरवाजे, चौड़ी खिड़कियां और सामान रखने के लिए अधिक जगह होगी.

By Agency | May 29, 2022 9:44 AM

Vande Bharat Trains: जल्द ही देश में रेल पटरियों पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन (Vande Bharat Express Train) दौड़ती नजर आने लगेगी. नए डिजाइन और आधुनिक सुविधा से लैस ये ट्रेन पटरियों पर सरपट भागेंगी. भारतीय रेलवे के मुताबिक करीब 115 करोड़ रुपये की लागत से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के निर्माण पर खर्च किया जाएगा. सेमी-हाई स्पीड वाले वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का परीक्षण अगस्त में किया जाएगा.

115 करोड़ की लागत से हो रहा निर्माण

भारतीय रेलवे ने बताया कि, एक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के निर्माण में 115 करोड रुपये की लागत लग रही है. हालांकि, रेलवे ने कहा कि, बड़ी संख्या में डिब्बों के बनने के बाद इसकी कीमतों में काफी कमी आएगी. भारतीय रेलवे ने अगस्त 2023 तक इस तरह की 75 रेलगाड़ियों के निर्माण का लक्ष्य रखा है.

पटरियों पर दौड़ रही हैं दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन

रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन रेलवे पटरियों पर दौड़ रही है. एक दिल्ली और कटरा के बीच चल रही है. दूसरा दिल्ली और वाराणसी के बीच संचालित हो रही हैं. अधिकारियों ने ये भी कहा कि, इन नई उन्नत 75 रेलगाड़ियों में सुरक्षा और यात्री सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जायेगा.

क्या होगी विशेषता

नई वंदे भारत ट्रेनों में सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जायेगा. इस ट्रेन की सबसे बड़ी यह विशेषता होगी कि खतरे की सूरत में सिग्नल पार करने (एसपीएडी) के मामलों को रोकने के लिए ट्रेन में ‘कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम’ (टीसीएएस) का उपयोग किया जाएगा. इसके अलावा वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों में एक केंद्रीकृत कोच-निगरानी प्रणाली भी होगी, जिससे सभी विद्युत घटकों और जलवायु नियंत्रण की निगरानी एक निर्दिष्ट व्यक्ति द्वारा वास्तविक समय के आधार पर की जाएगी.

ऐसी होगी सुरक्षा

पुराने मॉडलों की तुलना में नई ट्रेनों को कई सुरक्षा सुविधाओं के साथ उन्नत किया गया है. सुरक्षा उपायों में प्रति कोच चार आपातकालीन खिड़कियां भी शामिल हैं, जबकि पहले यह दो थी. रेलवे अधिकारी ने कहा कि नई ट्रेनों में यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान की जायेगी. इनमें स्वचालित दरवाजे होंगे, डिब्बों के लिए सेंसर से संचालित दरवाजे, चौड़ी खिड़कियां और सामान रखने के लिए अधिक जगह होगी.

आईसीएफ हर महीने करीब 10 ट्रेनों के निर्माण की योजना बना रहा है. रायबरेली में एफ-कपूरथला और मॉडर्न कोच फैक्ट्री भी अगले तीन सालों में 400 वंदे भारत ट्रेनों के लक्ष्य को पूरा करने के लिए इन कोचों का निर्माण शुरू कर देगी.

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