आलू-प्याज के बाद अब ताव-ताव में आसमान छूने लगा टमाटर, जानिए सब्जी मंडियों में आज रही कीमत…

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत देश के महानगरों, शहरों और कस्बों में आलू-प्याज की बढ़ती कीमतों ने आम उपभोक्ताओं का हाजमा तो खराब कर ही दिया है, अब टमाटर की कीमतों ने भी आसमान छूना शुरू कर दिया है. देश की राजधानी दिल्ली में टमाटर का खुदरा दाम 80 से 85 रुपये प्रति किलोग्राम की ऊंचाई पर पहुंच गया है. निजी व्यापारियों के अनुसार, उत्पादक क्षेत्रों से आपूर्ति कम रहने की वजह से टमाटर महंगा हो रहा है. टमाटर के दाम जून से मजबूत बने हुए हैं. पिछले कुछ सप्ताह के दौरान टमाटर के दाम किस्म के हिसाब से 50 से 60 रुपये किलो पर चल रहे हैं.

By Agency | September 12, 2020 8:03 PM

नयी दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत देश के महानगरों, शहरों और कस्बों में आलू-प्याज की बढ़ती कीमतों ने आम उपभोक्ताओं का हाजमा तो खराब कर ही दिया है, अब टमाटर की कीमतों ने भी आसमान छूना शुरू कर दिया है. देश की राजधानी दिल्ली में टमाटर का खुदरा दाम 80 से 85 रुपये प्रति किलोग्राम की ऊंचाई पर पहुंच गया है. निजी व्यापारियों के अनुसार, उत्पादक क्षेत्रों से आपूर्ति कम रहने की वजह से टमाटर महंगा हो रहा है. टमाटर के दाम जून से मजबूत बने हुए हैं. पिछले कुछ सप्ताह के दौरान टमाटर के दाम किस्म के हिसाब से 50 से 60 रुपये किलो पर चल रहे हैं.

व्यापारियों ने बताया कि उत्पादक क्षेत्रों से नयी फसल की आवक कम रहने की वजह से इस सप्ताह टमाटर के दाम और चढ़ गए हैं. व्यापारियों का यह भी कहना है कि मानसून के दौरान भारी बारिश होने की वजह से उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, पंजाब, तमिलनाडु, केरल, जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश में इस बार टमाटर का उत्पादन प्रभावित हुआ है, जिस वजह से इन राज्यों से टमाटर की आवक कम हो गयी है.

शनिवार को दिल्ली में गुणवत्ता और विभिन्न इलाकों के हिसाब से टमाटर 80 से 85 रुपये किलो तक पहुंच गया. हालांकि, सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में टमाटर का खुदरा दाम 60 रुपये किलो है. मदर डेयरी के सफल आउटलेट पर टमाटर 78 रुपये किलो बिक रहा है. ई-कॉमर्स कंपनी ग्रोफर्स टमाटर 74 से 75 रुपये किलो और बिग बास्केट 60 रुपये किलो बेच रही है.

एशिया की सबसे बड़ी थोक फल एवं सब्जी मंडी आजादपुर में टमाटर का दाम 40 से 60 रुपये किलो चल रहा है. आजादपुर मंडी के पीपीए टोमैटो एसोसिशन के अशोक कौशिक ने कहा कि उत्पादक क्षेत्रों से कम आपूर्ति की खबरों से टमाटर के दाम चढ़ रहे हैं. उधर, विशेषज्ञों का कहना है कि लॉकडाउन के चरण में किसानों को टमाटर एक-दो रुपये किलो के भाव पर बेचना पड़ा था.

कौशिक ने कहा कि बारिश की वजह से पैदा हुई अड़चनों और फसल को हुए नुकसान से नयी फसल की आवक प्रभावित हुई है. आलम यह है कि उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, पंजाब, तमिलनाडु, केरल, जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश में इस बार टमाटर का उत्पादन प्रभावित हुआ है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, देश में टमाटर का सालाना उत्पादन 1.97 करोड़ टन और खपत 1.51 करोड़ टन की है.

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Posted By : Vishwat Sen

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