Stock Market: फेड के फैसलों से ग्लोबल मार्केट में सुधार, भारतीय शेयर बाजार पर भी दिखे सकारात्मक प्रभाव

Stock Market: अमेरिकी फेड की दर कटौती और नरम नीति संकेतों से वैश्विक बाजरों में सुधार देखा गया, जिसका सकारात्मक असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिखाई दिया. कमजोर डॉलर और गिरती बॉन्ड यील्ड से सेंटीमेंट बेहतर हुआ, जबकि विश्लेषक वर्षांत तक बाज़ार में सकारात्मक रुख की उम्मीद कर रहे हैं.

By Abhishek Pandey | December 11, 2025 10:17 AM

Stock Market: गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार सपाट अंदाज में खुले, हालांकि वैश्विक संकेत अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर में कटौती और उसके डोविश रुख के बाद सकारात्मक बने हुए थे. शुरुआती सुस्ती के बावजूद विशेषज्ञ मानते हैं कि भारतीय बाज़ार साल के अंत तक मजबूती दिखा सकते हैं.

निफ्टी–सेंसेक्स में मामूली बढ़त

निफ्टी 50 इंडेक्स 25,791.50 पर खुला, जिसमें 33.50 अंकों (0.13%) की बढ़त रही.
बीएसई सेंसेक्स भी 84,488.22 पर खुला, जो 96.95 अंक (0.11%) ऊपर रहा.

फेड के असर के बाद फ्यूचर्स में उतार-चढ़ाव

फेड के असर के बाद भारतीय मार्केट फ्यूचर्स में 100 अंकों से अधिक की बढ़त दिखी थी, लेकिन बाजार खुलने से ठीक पहले यह बढ़त आधी रह गई. मार्केट एक्सपर्ट अजय बग्गा का कहना है कि RBI और US फेड, दोनों की सकारात्मक नीतियों के कारण बाजार की बुनियादी स्थिति मजबूत बनी हुई है और साल के अंत में रैली की संभावना भी नजर आती है.

उनके मुताबिक सितंबर के अंत में हुए GST कटौती के बाद खपत में सुधार से दिसंबर तिमाही के नतीजे बेहतर आने की उम्मीद है. हालांकि लगातार FPI बिकवाली और IPO/OFS के जरिए प्राथमिक बाज़ार में बढ़ती गतिविधि सेकेंडरी मार्केट से तरलता खींच रही है, जो फिलहाल निवेशकों की धारणा पर दबाव बना रही है.

ब्रॉडर मार्केट में हरी बढ़त

  • निफ्टी 100 में 0.08%,
  • निफ्टी मिडकैप 100 में 0.34% और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 0.14% की बढ़त देखने को मिली

सेक्टोरल इंडेक्स का मिला-जुला रुख

अधिकांश सेक्टर हरे निशान में रहे, जबकि FMCG और मीडिया में कमजोरी रही.

  • Nifty Auto: +0.25%
  • Nifty IT: +0.48%
  • Nifty PSU Bank: +0.61%

अमेरिकी फेड के फैसलों से वैश्विक माहौल में सुधार

अमेरिकी फेड द्वारा दरों में कटौती, नरम नीति संकेत और 40 अरब डॉलर की एसेट खरीद की घोषणा के बाद वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुझान तेज हुआ है, जिसे बॉन्ड यील्ड में गिरावट और कमजोर डॉलर ने और मजबूती दी है. कोटक म्यूचुअल फंड के सीआईओ (डेट) दीपक अग्रवाल के अनुसार, भले ही फेड की नीति में दरों को लेकर कोई बड़ा सरप्राइज़ नहीं था, लेकिन बैलेंस शीट विस्तार का कदम बॉन्ड मार्केट के लिए सबसे सकारात्मक संकेत साबित हुआ है.

अमेरिकी 10-वर्षीय बॉन्ड यील्ड के 4.16% तक गिरने का लाभ भारतीय सरकारी बॉन्ड को भी मिलने की उम्मीद है. इन सभी वैश्विक संकेतों और घरेलू सेंटीमेंट में सुधार को देखते हुए विश्लेषकों का मानना है कि भारतीय शेयर बाज़ार वर्ष के अंत तक सकारात्मक रुख बनाए रख सकते हैं.

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