…तो क्या मार्च-अप्रैल में ही कोविड-19 से फ्री हो गया था चीन, दूसरी तिमाही में कैसे हो गयी जीडीपी में 3.2 फीसदी की वृद्धि?

चीन की अर्थव्यवस्था कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus pandemic) से उबरने लगी है और आर्थिक मंदी का शिकार होने से भी बच गयी है. पहली तिमाही में चीन के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में रिकॉर्ड 6.8 फीसदी की गिरावट आने के बाद दूसरी तिमाही में 3.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गयी है. चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो ने गुरुवार को कहा कि 2020 की दूसरी तिमाही में जीडीपी में सालाना आधार पर 3.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गयी है. ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, इस साल की पहली छमाही में चीन की जीडीपी का आकार 45,660 हजार अरब युआन यानी 6,530 अरब डॉलर रहा है. यह साल भर पहले की तुलना में 1.6 प्रतिशत कम है. कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत दिसंबर में चीन से हुई थी. वहां सबसे पहले अर्थव्यवस्था को बंद (Lockdown) किया गया और इसे खोलने की शुरुआत भी मार्च में सबसे पहले वहीं हुई.

By Prabhat Khabar Print Desk | July 16, 2020 11:02 PM

चीन की अर्थव्यवस्था कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus pandemic) से उबरने लगी है और आर्थिक मंदी का शिकार होने से भी बच गयी है. पहली तिमाही में चीन के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में रिकॉर्ड 6.8 फीसदी की गिरावट आने के बाद दूसरी तिमाही में 3.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गयी है. चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो ने गुरुवार को कहा कि 2020 की दूसरी तिमाही में जीडीपी में सालाना आधार पर 3.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गयी है. ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, इस साल की पहली छमाही में चीन की जीडीपी का आकार 45,660 हजार अरब युआन यानी 6,530 अरब डॉलर रहा है. यह साल भर पहले की तुलना में 1.6 प्रतिशत कम है. कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत दिसंबर में चीन से हुई थी. वहां सबसे पहले अर्थव्यवस्था को बंद (Lockdown) किया गया और इसे खोलने की शुरुआत भी मार्च में सबसे पहले वहीं हुई.

उपभोक्ता खर्च कम है लेकिन…

ताजा आंकड़ों के मुताबिक, विनिर्माण और कुछ दूसरे उद्योगों में कामकाज लगभग सामान्य स्थिति में वापस आ गया है, लेकिन बेरोजगारी की आशंका के चलते उपभोक्ता खर्च कमजोर है. आंकड़ों के अनुसार, प्राथमिक उद्योगों का उत्पादन साल भर पहले की तुलना में 0.9 फीसदी बढ़ा है. हालांकि, सेवा क्षेत्र और उद्योगों में इस दौरान क्रमश: 1.6 फीसदी तथा 1.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी है.

चीन के रोजगार बाजार में हुआ सुधार

ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, चीन के रोजगार बाजार में भी सुधार हुआ है. शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी की दर एक महीने पहले की तुलना में 0.2 फीसदी कम होकर 5.7 फीसदी पर आ गयी है.

कम समय में कोरोना पर कैसे पाया काबू?

ब्यूरो की प्रवक्ता लियु एहुआ ने कहा कि कोविड-19 महामारी को इतनी कम अवधि में काबू करना और वापस वृद्धि की राह पर लौटना चीन के लिए आसान नहीं रहा है. उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि महामारी के लगातार वैश्विक प्रकोप का जारी रहना, वैश्विक अर्थव्यवस्था पर महामारी का असर और उच्च बाह्य जोखिमों एवं चुनौतियों को देखते हुए चीन की आर्थिक वापसी अभी भी दबाव में ही है.

कोविड-19 से उबरने वाली अर्थव्यवस्था में चीन अव्वल

एहुआ ने कहा कि उन्हें दूसरी छमाही में भी चीन की अर्थव्यवस्था में पुनरुद्धार जारी रहने की उम्मीद है. आधिकारिक आंकड़ों के आधार पर विश्लेषकों का कहना है कि यह विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के लिए ‘परिस्थितियों के बदल जाने’ जैसा है. चीन इस तरह महामारी से उबरने वाली पहली अर्थव्यवस्था भी बन गया है.

मार्च-अप्रैल में ही चीन कोविड-19 से पाने लगा था निजात

चीन मार्च-अप्रैल में महामारी से उबरने लगा था. यह ऐसा समय था, जब महामारी बाकी दुनिया में फैल रही थी. चीन ने मौके का फायदा उठाया और चिकित्सा उपकरणों की मांग को देखते हुए उसने अरबों डॉलर की इन सामग्रियों का निर्यात किया. हालांकि, विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिका के साथ जारी तनाव, भारत के साथ हालिया विवाद और हांगकांग, ताईवान व दक्षिणी चीनी सागर से संबंधित नीतियों के कारण दुनिया भर में चीन के उत्पादों तथा सेवाओं पर रोक लगायी गयी है. यह निर्यात पर निर्भर चीन की अर्थव्यवस्था पर भारी पड़ सकता है. चीन की जीडीपी में इस साल की पहली तिमाही में आयी 6.8 फीसदी की गिरावट 1976 की सांस्कृतिक क्रांति के बाद चीन की अर्थव्यवस्था का सबसे बुरा प्रदर्शन है.

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Posted By : Vishwat Sen

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