श्रीराम सिटी ने नवंबर में टू व्हीलर लोन देकर बनाया रिकॉर्ड, इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग में आई बढ़ोतरी

त्योहारी सीजन के दौरान आकर्षक फाइनेंसिंग ऑफर, लोगों की आवाजाही में बढ़ोतरी और ग्रामीण मांग में सुधार के कारण लोन वितरण में बढ़ोतरी दर्ज की गई है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 3, 2021 10:16 AM

चेन्नई : तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई स्थित श्रीराम ग्रुप की एनबीएफसी कंपनी श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस ने नवंबर महीने में 1022 करोड़ रुपये का दोपहिया वाहनों की खरीद के लिए लोन मुहैया करवाकर रिकॉर्ड बनाया है. कंपनी ने करीब 1.6 लाख दोपहिया वाहनों के लिए नवंबर 2021 में अब तक का सबसे अधिक 1022 करोड़ रुपये का लोन वितरित किया है. यह लगातार दूसरा महीना है] जब इस एनबीएफसी कंपनी ने 1,000 करोड़ रुपये का लोन वितरित किया है.

त्योहारी सीजन के दौरान आकर्षक फाइनेंसिंग ऑफर, लोगों की आवाजाही में बढ़ोतरी और ग्रामीण मांग में सुधार के कारण लोन वितरण में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इसके साथ ही, इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की बढ़ती मांग के साथ, एनबीएफसी औसत लोन टिकट आकार में वृद्धि की उम्मीद करता है, जो नए मील के पत्थर को छूने में मदद करेगा.

श्रीराम सिटी मुख्य रूप से वेतनभोगी और गैर-वेतनभोगी खरीदारों की आवश्यकताओं को पूरा करता है, जो एंट्री-सेगमेंट दोपहिया वाहनों की ओर झुकाव रखते हैं, जिनकी सभी श्रेणियों में सबसे अधिक मांग है. बढ़ती मांग और एआई-पावर्ड लेंडिंग इंटरफेसेज के यूजर्स ने उपभोक्ताओं और चैनलों द्वारा इसे बड़े पैमाने पर अपनाने को गति दी है, जिससे आगे वॉल्यूम बढ़ाने में नेटवर्क प्रभाव पैदा हुआ है.

कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, एक करोड़ से अधिक दोपहिया वाहनों के वित्तपोषण की उपलब्धि के बाद श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस अब देश का सबसे बड़ा दोपहिया फाइनेंसर है, जो ऐप-आधारित उधार, कागज रहित रसीद और संपर्क रहित ऋण प्रदान करता है.

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बता दें कि देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर थमने के बाद त्योहारी सीजन की शुरुआत से पहले पाबंदियों में ढील मिलनी शुरू हो गई थी. दूसरी लहर के दौरान केंद्र की मोदी सरकार ने राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन तो नहीं लगाया था, लेकिन राज्यों ने अपने-अपने स्तर पर पाबंदियां लगाई थीं. पाबंदियों में ढील मिलने के बाद आर्थिक गतिविधियों और उपभोक्ता मांग में बढ़ोतरी दर्ज की गई, जिसमें ऑटोमोबाइल सेक्टर भी शामिल है.

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