SBI Loan Interest Rates Cut: घर-गाड़ी लेने का सपना हुआ सच, दरें होगीं 15 दिसंबर से लागू

SBI Loan Interest Rates Cut: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने RBI के रेपो रेट में कटौती के बाद लेंडिंग और FD दरों में बदलाव किया है. जिसका असर सीधे आम लोगों की जेब पर पड़ेगा। जहां होम, कार और पर्सनल लोन सस्ते होंगे और EMI का बोझ कम हो सकता है. वहीं फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाला रिटर्न थोड़ा घटेगा. नई दरें 15 दिसंबर से लागू होने वाली हैं. ऐसे में युवा निवेशकों और उधार लेने वालो के लिए यह समझना जरूरी है कि इस बदलाव से उनके लोन और बचत की प्लानिंग कैसे प्रभावित होगी और वे कम ब्याज दरों का सही फायदा कैसे उठा सकते हैं.

By Soumya Shahdeo | December 14, 2025 10:29 AM

SBI Loan Interest Rates Cut: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने हाल ही में अपनी लेंडिंग और फिक्स्ड रेट (FD) की दरों में बदलाव किया है. यह फैसला RBI द्वारा रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती के कुछ ही दिनों बाद लिया गया है. इस बदलाव का सीधा असर उन लोगों पर पड़ेगा जो घर, गाड़ी या पर्सनल लोन लेने की सोच रहे हैं, जबकि FD में पैसा लगाने वालों को थोड़ा कम रिटर्न से संतोष करना होगा. नई दरें 15 दिसंबर से लागू होने वाली है.

लोन लेने वालों को क्या फायदा मिलेगा?


SBI ने अपनी लेंडिंग रेट्स में 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की है. एक्सटर्नल बेंचमार्क लिंक्ड रेट (EBLR) अब 7.9% हो जाएगी. इसका मतलब यह है कि जिन लोगों का होम लोन, कार लोन या पर्सनल लोन EBLR से जुड़ा है, उनकी EMI अपने आप कम हो सकती है. नए उधार लेने वालो के लिए भी लोन पहले के मुकाबले सस्ता होगा, जिससे घर खरीदने या बड़े खर्चों की प्लानिंग थोड़ी आसान हो जाएगी.

EMI पर असर कितना पड़ेगा?


बैंक ने MCLR और बेस रेट में भी हल्की कटौती की है. इससे पुराने और नए, दोनों तरह के उधार लेने वाले को राहत मिलेगी. EMI में भले ही बहुत बड़ा फर्क न दिखे, लेकिन लंबे समय में यह कटौती कुल ब्याज बोझ को कम करने में मदद करेगी. खासकर युवा नौकरीपेशा लोगों के लिए यह राहत भरी खबर है, जो पहले से ही बढ़ती महंगाई से जूझ रहे हैं.

FD निवेशकों के लिए क्या बदला?


लोन सस्ते हुए हैं, लेकिन FD पर मिलने वाला ब्याज थोड़ा कम हुआ है. 2 से 3 साल की FD पर अब 6.4% ब्याज मिलेगा, जबकि पहले यह 6.45% था. ‘अमृत वृष्टि’ जैसी खास स्कीम में भी कटौती की गई है. यानी सुरक्षित निवेश चाहने वालों को अब पहले जितना रिटर्न नहीं मिलेगा.

आगे क्या सोचना चाहिए?


यह बदलाव दिखाता है कि बैंक अब ग्रोथ और उधार को बढ़ावा देना चाहते हैं. युवा निवेशकों और उधार लेने वालो के लिए यह सही समय हो सकता है कि वे अपने लोन और निवेश दोनों की दोबारा समीक्षा करें, ताकि कम ब्याज दरों का पूरा फायदा उठाया जा सके.

Also Read: SBI Loan Interest Rates Cut: SBI ने कम की ब्याज दरें, होम-पर्सनल लोन होंगे सस्ते, EMI होगी कम

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.