Petrol Diesel Price Today: आज टंकी फुल कराने से पहले देखें लीजिए रेट, जानिए 18 दिसंबर को आपके शहर में क्या है भाव
Petrol Diesel Price Today: 18 दिसंबर, गुरुवार को पेट्रोल और डीजल के नए रेट जारी कर दिए गए हैं. तेल कंपनियों ने रोज़ाना की प्रक्रिया के तहत सुबह दाम अपडेट किए. दिल्ली में कीमतें स्थिर हैं, जबकि अलग-अलग शहरों में ईंधन के दाम अलग स्तर पर दर्ज किए गए हैं.
Petrol Diesel Price Today: प्रत्येक दिन की शुरुआत देश के नागरिकों के लिए ईंधन की नई कीमतों के साथ होती है, जो उनके मासिक खर्चों को सीधा प्रभावित करती हैं. राष्ट्रीय तेल कंपनियों (OMCs) द्वारा सुबह 6 बजे जारी की गई ये दरें, अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल के बाजार भाव और रुपये-डॉलर विनिमय दर पर निर्भर करती हैं.
अपने वाहन को भरवाने से पहले, अपने शहर की नवीनतम कीमत जानना अत्यंत आवश्यक है. 18 दिसंबर, 2025 के लिए प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल के अपडेटेड रेट नीचे दी गई लिस्ट में बताया गया हैं.
| शहर | पेट्रोल (₹/लीटर) | डीजल (₹/लीटर) |
|---|---|---|
| नई दिल्ली | 94.77 | 87.67 |
| कोलकाता | 105.41 | 92.02 |
| मुंबई | 103.54 | 90.03 |
| चेन्नई | 100.90 | 92.48 |
| गुरुग्राम | 95.65 | 88.10 |
| नोएडा | 94.77 | 87.89 |
| बेंगलुरु | 102.92 | 90.99 |
| भुवनेश्वर | 101.11 | 92.69 |
| चंडीगढ़ | 94.30 | 82.45 |
| हैदराबाद | 107.46 | 95.70 |
| जयपुर | 104.72 | 90.21 |
| लखनऊ | 94.69 | 87.81 |
| पटना | 106.11 | 92.32 |
| तिरुवनंतपुरम | 107.48 | 96.48 |
कौन तय करता है पेट्रोल-डीजल की कीमतें
भारत में पेट्रोल और डीजल के रेट किसी एक फैसले से तय नहीं होते. केंद्र स्तर पर तय नीति और आर्थिक हालात को ध्यान में रखते हुए कीमतों को मंजूरी दी जाती है. इसके बाद तेल कंपनियां इन्हें लागू करती हैं, जिनका पालन सभी पेट्रोल पंपों पर अनिवार्य होता है.
रोज़ दाम बदलने के पीछे कौन से फैक्टर जिम्मेदार
पेट्रोल-डीजल की कीमतें रोज़ इसलिए बदलती हैं क्योंकि कई आर्थिक कारण एक साथ असर डालते हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की चाल, डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति, राज्य सरकारों का टैक्स स्ट्रक्चर और ट्रांसपोर्ट व डीलर लागत—ये सभी मिलकर दाम तय करते हैं.
महंगाई और घरेलू बजट पर सीधा असर
ईंधन महंगा होने का असर सिर्फ वाहन चालकों तक सीमित नहीं रहता. रोज़मर्रा की यात्रा महंगी हो जाती है, घरेलू बजट पर दबाव बढ़ता है और ट्रांसपोर्ट लागत बढ़ने से जरूरी सामानों की कीमतों पर भी असर पड़ सकता है.
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