गौतम अडाणी ने कहा, 10000 दिन में अमेरिका से आगे निकल जाएगा भारत, पूरी तरह से मिट जाएगा गरीबी का नामोनिशान

गौतम अडाणी ने कहा कि भारत आने वाले समय में आर्थिक वृद्धि के मामले में सबसे शानदार स्थिति में खड़ा है. उन्होंने यह भी कहा कि चालू वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान भारत में करीब 100 बिलियन डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के आने का अनुमान है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 22, 2022 8:50 PM

नई दिल्ली : देश के अरबपति उद्योगपति और एशिया के सबसे बड़े अमीर व्यक्ति गौतम अडाणी ने कहा कि भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वर्ष 2050 तक अमेरिका से आगे निकल जाएगा. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि इन 28 सालों में भारत से गरीबी पूरी तरह से मिट जाएगी. उन्होंने कहा कि वर्ष 2050 के आने में अभी 10,000 दिन बाकी हैं और इतने दिनों में भारत की अर्थव्यवस्था 25 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी. उन्होंने कहा कि इसे अगर हम रोजाना के आधार पर आकलन करें, तो आने वाले 28 सालों में भारत की जीडीपी में प्रतिदिन 2.5 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी दर्ज की जा सकेगी.

40 ट्रिलियन डॉलर का हो जाएगा बाजार पूंजीकरण

अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी ने कहा, ‘मेरा अनुमान है कि 28 साल के दौरान भारत के शेयर बाजार का पूंजीकरण करीब 40 ट्रिलियन डॉलर बढ़ जाएगा.’ उन्होंने कहा कि भारत आने वाले समय में आर्थिक वृद्धि के मामले में सबसे शानदार स्थिति में खड़ा है. उन्होंने यह भी कहा कि चालू वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान भारत में करीब 100 बिलियन डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के आने का अनुमान है. इस हिसाब से भारत दुनिया में एफडीआई पाने वाले सबसे बड़ा तीसरा देश बन जाएगा.

ओशन स्पार्कल का अधिग्रहण करेगी अडाणी पोर्ट्स

उधर, खबर यह भी है कि अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन्स (एपीएसईजेड) लिमिटेड की अनुषंगी अडाणी हार्बर सर्विसेस ने तृतीय पक्ष समुद्री सेवा प्रदाता कंपनी ओशन स्पार्कल लिमिटेड (ओएसएल) के अधिग्रहण के लिए समझौता किया है. एपीएसईजेड के सीईओ और पूर्णकालिक निदेशक करण अडाणी ने कहा कि ओएसएल और अडाणी हार्बर सर्विसेज लिमिटेड (टीएएचएसएल) के तालमेल को देखते हुए समेकित व्यवसाय बेहतर मुनाफे के साथ पांच वर्षों में दोगुना होने की संभावना है, जिसका लाभ अडाणी पोर्ट्स के शेयरधारकों को मिलेगा.

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उन्होंने कहा कि इस अधिग्रहण से कंपनी की भारत के समुद्री सेवा बाजार में हिस्सेदारी बढ़ेगी और अन्य देशों में मौजूदगी दर्ज करवाने के लिए एक मंच भी मिलेगा. एक बयान में कहा गया है कि खुद के 94 पोतों और तृतीय पक्ष स्वामित्व वाले 13 पोतों के साथ ओएसएल बाजार में अगुआ है. बयान के मुताबिक ओएसएल का उद्यम मूल्य 1,700 करोड़ रुपये है.

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