India-Angola: तेल से तराशी जा रही है नई साझेदारी की ताकत, राष्ट्रपति मुर्मू की यात्रा का दिखेगा असर
India-Angola: भारत और अंगोला के रिश्तों में नई ऊर्जा जुड़ गई है.राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ऐतिहासिक यात्रा ने दोनों देशों के बीच सहयोग के नए दरवाजे खोल दिए हैं.तेल और गैस से लेकर हीरा उद्योग, रक्षा, कृषि और चिकित्सा क्षेत्र तक हर दिशा में साझेदारी की संभावनाएं बढ़ गई है. भारत ने अंगोला के रिफाइनरी प्रोजेक्ट्स और दुर्लभ खनिजों की खोज में निवेश की इच्छा जताई है. यह यात्रा न सिर्फ ऊर्जा सुरक्षा बल्कि भविष्य की तकनीक, व्यापार और सांस्कृतिक जुड़ाव का भी प्रतीक बन गई है, जो भारत-अंगोला संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी.
India-Angola: भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इन दिनों अफ्रीकी देश अंगोला के चार दिवसीय दौरे पर हैं. यह किसी भारतीय राष्ट्रपति की पहली यात्रा है और इस दौरे ने दोनों देशों के रिश्तों में नई ऊर्जा भर दी है. राजधानी लुआंडा के प्रेसिडेंशियल पैलेस में हुए औपचारिक स्वागत के दौरान दोनों देशों ने कई समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किये, जिनमें मछली पालन, जलीय संसाधन और वाणिज्यिक सहयोग जैसे क्षेत्र शामिल हैं.
क्यों खास है अंगोला भारत के लिए?
अंगोला भारत के लिए ऊर्जा सुरक्षा का एक बड़ा केंद्र है. राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि भारत की तेल और गैस कंपनियां अंगोला के साथ “लंबे समय” के तेल-गैस खरीद अनुबंध करना चाहती हैं. उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय कंपनियां अंगोला के ऑनशोर और ऑफशोर ऊर्जा परियोजनाओं में निवेश की इच्छुक हैं.
किन क्षेत्रों में बढ़ेगा सहयोग?
ऊर्जा के अलावा भारत ने अंगोला के रिफाइनरी प्रोजेक्ट्स, फर्टिलाइजर और यूरिया निर्माण, और हीरा उद्योग में भी साझेदारी की इच्छा जताई है. अंगोला दुनिया के प्रमुख हीरा उत्पादक देशों में से एक है, जबकि भारत हीरे की कटाई और पॉलिशिंग में आगे है. मुर्मू ने कहा कि दोनों देश अपनी ताकतों को मिलाकर एक-दूसरे के लिए फायदेमंद काम कर सकते हैं.
क्या होगा अगला कदम?
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत, अंगोला को रक्षा क्षेत्र में भी मदद देने को तैयार है और “विश्वसनीय रक्षा निर्यातक” के रूप में उसकी जरूरतें पूरी करेगा. साथ ही, भारत ने मेडिकल सेक्टर, कृषि, सड़क और रेल परिवहन में भी सहयोग का प्रस्ताव दिया है. उन्होंने सुझाव दिया कि भारत की ‘वंदे भारत’ ट्रेनें अंगोला में भी चल सकती हैं.
राष्ट्रपति मुर्मू ने क्या बोला ?
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि भारत-अंगोला के रिश्ते “आपसी विश्वास और सम्मान” पर टिके हैं. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए अंगोला के समर्थन की उम्मीद जताई और कहा कि अंगोला में रहने वाला भारतीय समुदाय दोनों देशों के बीच “सांस्कृतिक और आर्थिक पुल” का काम कर रहा है.
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