Goldman Sachs View: सोने को बताया सबसे मजबूत निवेश, कहा—इक्विटी-डाउट के दौर में यह रहेगा चमकता सितारा

Goldman Sachs View: गोल्डमैन सैक्स के अनुसार, सोने की कीमतों में तेज बढ़ोतरी जारी रह सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक, सेंट्रल बैंकों और निजी निवेशकों की बढ़ती मांग से सोना 2026 तक 4,300 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है. फिलहाल भारत में इसकी कीमत ₹1.21 लाख प्रति 10 ग्राम है.

By Abhishek Pandey | October 6, 2025 1:20 PM

Goldman Sachs View: भारत और दुनिया भर में सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है. गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले महीनों में यह तेजी और भी बढ़ सकती है. निवेश बैंक ने सोने को अपनी “सबसे भरोसेमंद लॉन्ग कमोडिटी” (Highest Conviction Long Commodity) बताया है. गोल्डमैन सैक्स का कहना है कि प्राइवेट और इंस्टीट्यूशनल निवेशकों की बढ़ती खरीदारी, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETFs) में तेज बढ़ोतरी, और सेंट्रल बैंकों की लगातार खरीदारी सोने की कीमतों को ऊपर ले जा रही हैं.

अंतरराष्ट्रीय और भारतीय बाजार में सोने की स्थिति

इस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लगभग $3,937 प्रति औंस के स्तर पर ट्रेड कर रहा है. वहीं भारत में 10 ग्राम सोने की कीमत करीब ₹1.21 लाख तक पहुंच चुकी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अगस्त 26 से अब तक सोने की कीमतों में करीब 14% की तेजी आई है, और यह अब अपने पुराने दायरे $3,200–$3,450 प्रति औंस से ऊपर निकल चुका है.

गोल्डमैन सैक्स की “Precious Comment Report” के अनुसार, सोने की इस रैली के पीछे तीन मुख्य कारण हैं:

  • पश्चिमी देशों में ETF निवेश में उछाल
  • सेंट्रल बैंकों की बढ़ी खरीदारी
  • स्पेकुलेटिव निवेशकों की नई पोजिशनिंग

सितंबर महीने में पश्चिमी बाजारों के ETF होल्डिंग्स में 109 टन की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि मॉडल के अनुसार यह बढ़ोतरी सिर्फ 17 टन होनी चाहिए थी. यह दर्शाता है कि निवेशक अपने पोर्टफोलियो को सुरक्षित रखने के लिए गोल्ड में तेजी से निवेश कर रहे हैं.

सेंट्रल बैंकों की बढ़ती खरीदारी

रिपोर्ट बताती है कि सेंट्रल बैंकों की ओर से सोने की मांग लगातार बढ़ रही है. यह मांग न सिर्फ मौसमी कारकों की वजह से, बल्कि आर्थिक अनिश्चितता के दौर में रिजर्व को सुरक्षित रखने की रणनीति के तहत बढ़ रही है. गोल्डमैन सैक्स ने कहा है कि 2026 के मध्य तक सोने की कीमत $4,000 प्रति औंस तक जा सकती है, जबकि दिसंबर 2026 तक यह $4,300 प्रति औंस तक पहुंच सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा तेजी केवल सट्टेबाज़ी नहीं, बल्कि निवेशकों की प्राथमिकताओं में स्थायी बदलाव का संकेत है.

गोल्डमैन सैक्स ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे सोने को केवल “ग्रोथ हेज” के रूप में नहीं, बल्कि “पोर्टफोलियो स्टेबलाइज़र” के रूप में देखें. गोल्ड की यह विशेषता है कि यह आर्थिक अस्थिरता या शेयर बाजार में गिरावट के दौरान भी निवेशकों को सुरक्षा प्रदान करता है.

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