Gold Rate: त्योहारों से पहले सोना रिकॉर्ड स्तर पर, चांदी की कीमत स्थिर

Gold Rate: त्योहारों से पहले सोना फिर रिकॉर्ड स्तर के करीब पहुंच गया है. दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 900 रुपये उछलकर 1,06,970 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंचा, जबकि चांदी 1,25,600 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर रही. वैश्विक बाजार में मजबूती, फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक और सुरक्षित निवेश की बढ़ती मांग से तेजी को बल मिला. रुपये की गिरावट और भू-राजनीतिक अनिश्चितता भी सोने की कीमतों में इजाफे का कारण बनी. निवेशकों के लिए यह त्योहारी सीजन अहम साबित हो सकता है.

By KumarVishwat Sen | September 5, 2025 8:34 PM

Gold Rate: त्योहारी सीजन से पहले सर्राफा बाजार में सोने की चमक और बढ़ गई है. शुक्रवार को दिल्ली के बाजार में सोने की कीमत 900 रुपये उछलकर 1,06,970 रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच गई. यह उछाल स्टॉकिस्टों की ताजा लिवाली और वैश्विक बाजारों से मिले मजबूत संकेतों के कारण आया है. एक दिन पहले यानी गुरुवार को 99.9% शुद्धता वाला सोना 1,000 रुपये गिरकर 1,06,070 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था.

फेडरल रिजर्व की नीतियों का असर

कारोबारियों के अनुसार, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की 16-17 सितंबर को होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक निवेशकों के लिए अहम साबित हो सकती है. ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद ने अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में सोने की तेजी को बल दिया है. इससे सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग लगातार बढ़ रही है, जो घरेलू बाजार पर भी सकारात्मक असर डाल रही है.

विभिन्न शुद्धता के सोने का भाव

अखिल भारतीय सर्राफा संघ के मुताबिक, 99.5% शुद्धता वाला सोना भी शुक्रवार को 900 रुपये की तेजी के साथ 1,06,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. इसका पिछला बंद भाव 1,05,200 रुपये था. इस बढ़ोतरी ने साफ किया है कि निवेशकों की नजरें अभी सोने पर ही टिकी हुई हैं.

चांदी के दाम स्थिर रहे

जहां सोना लगातार रिकॉर्ड स्तर की ओर बढ़ रहा है. वहीं चांदी के भाव में कोई खास हलचल नहीं देखी गई. शुक्रवार को चांदी की कीमतें 1,25,600 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) पर स्थिर रहीं.

विश्लेषकों की राय

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने बताया कि अमेरिकी ब्याज दरों में संभावित कटौती और सुरक्षित निवेश की मांग ने सोने की कीमतों को मजबूती दी है. इसके साथ ही रूस-यूक्रेन युद्ध के समाधान की दिशा में कोई ठोस संकेत न मिलने के कारण भी सोने को सुरक्षित निवेश का विकल्प माना जा रहा है.

रुपये में कमजोरी का असर

शुक्रवार को भारतीय रुपये में भी कमजोरी देखने को मिली. विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार पूंजी निकासी और भारत पर अतिरिक्त अमेरिकी शुल्क लगने की आशंका के चलते रुपया 15 पैसे टूटकर 88.27 प्रति डॉलर के अब तक के सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ. रुपये की कमजोरी ने सोने की कीमतों को और समर्थन दिया है.

इसे भी पढ़ें: आम लोगों को ही जीएसटी का लाभ दिलाएगी सरकार, सीबीआईसी चेयरमैन का बड़ा बयान

अंतरराष्ट्रीय बाजारों में रुझान

वैश्विक स्तर पर भी सोना मजबूत बना हुआ है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में हाजिर सोना 3,551.44 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया, जो बुधवार को बने रिकॉर्ड उच्च स्तर 3,578.80 डॉलर प्रति औंस के करीब है. वहीं, हाजिर चांदी 0.22% की हल्की बढ़त के साथ 40.76 डॉलर प्रति औंस पर रही.

इसे भी पढ़ें: जीएसटी कटौती पर आया क्रिसिल का बड़ा बयान, 5 से 6% बढ़ेगी टू व्हीलर्स की बिक्री

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.