केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 2% की वृद्धि, सरकार का बड़ा ऐलान
Dearness Allowance Hike: केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए यह राहतभरी खबर है. इस वृद्धि से कर्मचारियों की आय में बढ़ोतरी होगी और उन्हें महंगाई से निपटने में मदद मिलेगी. सरकार का यह कदम आर्थिक सुधार और कर्मचारियों के कल्याण की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास माना जा रहा है.
Dearness Allowance Hike: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को देश के लाखों केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को राहत देते हुए महंगाई भत्ते (Dearness Allowance-DA) में 2% की वृद्धि करने की मंजूरी दे दी है. सरकार के इस फैसले से सरकारी कर्मचारियों के वेतन में इजाफा होगा और वे महंगाई के बढ़ते प्रभाव से कुछ हद तक राहत पा सकेंगे.
महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी का असर
महंगाई भत्ते में यह वृद्धि 1 जनवरी 2025 से प्रभावी होगी. यह वृद्धि सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप की गई है, जिससे केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स की कुल आय में वृद्धि होगी. सरकार के इस फैसले से 50 लाख से अधिक सरकारी कर्मचारी और 65 लाख से ज्यादा पेंशनभोगी लाभान्वित होंगे.
DA बढ़ोतरी से कितना फायदा होगा?
महंगाई भत्ते में 2% की वृद्धि के बाद केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि होगी. उदाहरण के तौर पर, यदि किसी कर्मचारी का मूल वेतन 50,000 रुपये है, तो 2% वृद्धि के साथ उसे 1,000 रुपये अधिक महंगाई भत्ता मिलेगा. इसी तरह, पेंशनर्स को भी इस बढ़ोतरी का लाभ मिलेगा.
सरकारी खजाने पर असर
महंगाई भत्ते में इस वृद्धि से सरकारी खजाने पर कई हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय भार पड़ेगा. हालांकि, सरकार ने यह कदम कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने और उनके जीवनयापन की लागत को संतुलित करने के उद्देश्य से उठाया है.
इसे भी पढ़ें: आधा भारत नहीं जानता काव्या मारन की संपत्ति, जान जाएगा तो लगाने लगेगा दौड़
पहले भी हुई है बढ़ोतरी
सरकार हर छह महीने में महंगाई भत्ते की समीक्षा करती है. पिछली बार सितंबर 2024 में DA में 4% की बढ़ोतरी की गई थी, जिससे इसे 46% कर दिया गया था. अब 2% की और वृद्धि के साथ यह 48% हो गया है.
इसे भी पढ़ें: 29 से 31 मार्च तक खुले रहेंगे जीएसटी के केंद्रीय कार्यालय, सोमवार को बैंक
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.
