वीडियोकॉन ग्रुप के अध्यक्ष वेणुगोपाल धूत के खिलाफ CBI ने भ्रष्टाचार के मामले में केय किया दर्ज

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने वीडियोकॉन समूह (Videocon Group) के अध्यक्ष वेणुगोपाल धूत के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार को लेकर एक मामला दर्ज किया है. अधिकारियों ने बताया कि धूत पर मोजाम्बिक में अपनी तेल एवं गैस परिसंपत्तियों को वित्त प्रदान करने में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) नीत बैंकों के एक समूह के अज्ञात अधिकारियों की मिलीभगत के साथ भ्रष्टाचार करने के आरोप हैं. जांच एजेंसी ने तेल मंत्रालय की एक शिकायत पर शुरुआती छानबीन के बाद प्राथमिकी दर्ज की है.

By Prabhat Khabar Print Desk | June 24, 2020 3:27 PM

नयी दिल्ली : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने वीडियोकॉन समूह (Videocon Group) के अध्यक्ष वेणुगोपाल धूत के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार को लेकर एक मामला दर्ज किया है. अधिकारियों ने बताया कि धूत पर मोजाम्बिक में अपनी तेल एवं गैस परिसंपत्तियों को वित्त प्रदान करने में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) नीत बैंकों के एक समूह के अज्ञात अधिकारियों की मिलीभगत के साथ भ्रष्टाचार करने के आरोप हैं. जांच एजेंसी ने तेल मंत्रालय की एक शिकायत पर शुरुआती छानबीन के बाद प्राथमिकी दर्ज की है.

छानबीन में यह पाया गया कि 2008 में वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज की अनुषंगी वीडियोकॉन हाइड्रोकार्बन होल्डिंग लिमिटेड (VHHL) ने मोजाम्बिक में अमेरिकी कंपनी अनादारको से रोउमा क्षेत्र 1 ब्लॉक में तेल एवं गैस ब्लॉक में 10 फीसदी भागीदारी रुचि हासिल की. मोजाम्बिक स्थित परिसंपत्ति को बाद में ओएनजीसी विदेश लिमिटेड और ऑयल इंडिया लिमिटेड ने जनवरी 2014 में खरीद लिया.

अप्रैल 2012 में एसबीआई के नेतृत्व में बैंकों के एक समूह ने मोजाम्बिक, ब्राजील और इंडोनेशिया में अपने तेल एवं गैस परिसंपत्तियों के विकास के लिए ‘स्टैंडबाय लेटर ऑफ क्रेडिट’ (SBLC) सुविधा दी. साथ ही, इस संबंध में वित्त आवंटन की अन्य जरूरतों भी पूरी की. बैंकों के इस समूह में आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) और आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) भी शामिल थे.

हालांकि, इस ऋण के एक हिस्से को ‘री-फायनेंस’ किया गया, जिसमें लंदन के स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक (SCB) को 40 करोड़ डॉलर का बकाया भी शामिल है. करीब 10 महीने बाद वीआईएल ने समूह से कहा कि एससीबी का ऋण बढ़ गया है, उसने इसका भुगतान करने का अनुरोध किया और तेल एवं गैस परिसंपत्ति का प्रभार संभाल लिया. समूह ने बढ़ी हुई रकम को बगैर जांच किये कथित तौर पर मंजूरी प्रदान कर दी.

Also Read: सीबीआई ने चंदा कोचर, वेणुगोपाल धूत के खिलाफ मामला दर्ज किया

एजेंसी ने आरोप लगाया कि तथ्यों एवं प्रथम दृष्टया परिस्थितियों से यह प्रदर्शित होता है कि एसबीआई के नेतृत्व में ऋणदाता बैंकों के अज्ञात अधिकारियों ने धूत के साथ साजिश रच कर वीएचएचएल को एससीबी से सुविधा का लाभ उठाना जारी रखने दिया. इस तरह वीडियोकॉन को गलत तरीके से फायदा हुआ तथा भारतीय सार्वजनिक उपक्रम बैंकों को गलत तरीके से नुकसान पहुंचाया गया.

Posted By : Vishwat Sen

Next Article

Exit mobile version