Adani Power Share: स्टॉक स्प्लिट के बावजूद अदाणी पावर शेयर 20% बढ़े, निवेशकों के लिए अवसर
Adani Power Share: अदाणी पावर के शेयरों में 1:5 स्टॉक स्प्लिट के बाद तकनीकी समायोजन के कारण गिरावट दिखाई दी, लेकिन असल में शेयर 20% बढ़कर 170.25 रुपये पर नए 52-सप्ताह उच्च स्तर तक पहुंच गए. निवेशकों के लिए यह आकर्षक अवसर साबित हो सकता है.
Adani Power Share: 22 सितंबर को अदाणी पावर के शेयरों में अचानक लगभग 80% की गिरावट दिखाई दी. हालांकि, यह वास्तविक गिरावट नहीं थी, बल्कि 1:5 के स्टॉक स्प्लिट के कारण कीमतों का समायोजन था. असल में, शेयर एक्स-बोनस होने के बाद लगभग 20% बढ़कर नए रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गए. अदाणी पावर के बोर्ड ने अगस्त में अपनी पहली स्टॉक स्प्लिट को 1:5 के अनुपात में मंजूरी दी थी. इसके तहत 22 सितंबर को रिकॉर्ड डेट निर्धारित की गई थी, जो यह तय करती है कि कौन से शेयरधारक बोनस इक्विटी शेयर प्राप्त करेंगे.
शेयरधारकों के लिए क्या मायने रखता है?
मान लीजिए कोई निवेशक अदाणी पावर के 10 शेयर रखता है, जिनकी कीमत 100 रुपये प्रति शेयर है. स्टॉक स्प्लिट के बाद उसके पास 50 शेयर होंगे, लेकिन प्रत्येक शेयर की कीमत घटकर 20 रुपये होगी. कुल निवेश का मूल्य 1,000 रुपये ही बना रहेगा.
स्टॉक स्प्लिट क्या है?
कंपनी स्टॉक स्प्लिट इसलिए करती है ताकि शेयर की तरलता बढ़ सके और अधिक निवेशकों के लिए शेयर सस्ते हो जाएं. इससे कुल शेयरों की संख्या बढ़ती है, लेकिन कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन नहीं बदलता. यह रिटेल निवेशकों को आकर्षित करता है और शेयर में लंबी अवधि के लिए वृद्धि की संभावना बढ़ाता है. अदाणी पावर ने भी स्टॉक स्प्लिट को मंजूरी देने का कारण यह बताया कि इससे रिटेल निवेशकों की भागीदारी बढ़ेगी और शेयरों में निवेश अधिक किफायती हो जाएगा.
अदाणी पावर के शेयरों का प्रदर्शन
स्टॉक स्प्लिट के बाद शेयरों में तकनीकी रूप से गिरावट दिखाई दी, लेकिन असल में यह समायोजन था. शेयर लगभग 20% बढ़कर 170.25 रुपये पर अटकर नए 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए.
अंतरराष्ट्रीय ब्रोकरेज की राय
मॉर्गन स्टेनली ने अदाणी पावर को ‘ओवरवेट’ रेटिंग दी है और इसे भारत की कॉर्पोरेट इतिहास में टर्नअराउंड का उदाहरण बताया. कंपनी को “मध्यम अवधि में परियोजनाओं के समय पर पूरा होने और PPA जीत के चलते मजबूत लाभ वृद्धि” देने वाला बताया गया. मॉर्गन स्टेनली ने अदाणी पावर को अपनी ‘टॉप पिक’ भी बताया. यह सकारात्मक रेटिंग उस समय आई है जब SEBI ने गौतम अदाणी और उनके विविध समूह पर US-आधारित शॉर्ट सेलर हिन्डेनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए स्टॉक मैनिपुलेशन आरोपों को खारिज कर दिया.
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