Adani Group Earning: पहली छमाही में अदाणी ग्रुप की रिकॉर्ड कमाई, एसेट्स में जोरदार बढ़ोतरी

Adani Group Earning: अदाणी ग्रुप ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही में रिकॉर्ड प्रदर्शन किया है. ग्रुप का कुल निवेश 67,870 करोड़ रुपये पहुंच गया, जिससे परिसंपत्तियां 6.77 लाख करोड़ रुपये हो गईं. कर-पूर्व आय 92,943 करोड़ के सर्वकालिक उच्च स्तर पर रहा और परिसंपत्तियों पर प्रतिफल 15.1% दर्ज हुआ. 57,157 करोड़ रुपये के नकद भंडार और मजबूत कैश फ्लो ने ग्रुप को तेज विस्तार में मदद की. अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी ग्रीन और अदाणी पावर ने नई परिसंपत्तियों में सबसे अधिक योगदान दिया.

By KumarVishwat Sen | November 25, 2025 5:41 PM

Adani Group Earning: अदाणी ग्रुप ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही (अप्रैल–सितंबर 2025) में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है. ग्रुप की ओर से जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, कंपनी ने पूंजीगत व्यय, परिसंपत्तियों में वृद्धि, आय, नकदी प्रवाह और ऋण संकेतकों में मजबूत सुधार दर्ज किया है. इस प्रदर्शन को भारत के विकसित भारत लक्ष्य के अनुरूप निवेश चक्र में तेजी का संकेत माना जा रहा है.

पूंजीगत व्यय और परिसंपत्तियों में रिकॉर्ड वृद्धि

अदाणी ग्रुप ने इस वित्त वर्ष की शुरुआती छह महीनों में 67,870 करोड़ रुपये (7.6 अरब डॉलर) का निवेश किया. यह अब तक की किसी भी पहली छमाही में सबसे अधिक निवेश है. इस निवेश के बाद समूह की सकल परिसंपत्तियां 6.77 लाख करोड़ रुपये (76 अरब डॉलर) पर पहुंच गईं. ग्रुप अपने पूरे वर्ष के 1.5 लाख करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है, जो भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण मिशन की अहम कड़ी है.

कर-पूर्व आय में 11.2% की वार्षिक वृद्धि

अदाणी समूह की पिछले 12 महीनों की कर-पूर्व आय (ईबीआईटीडीए) 92,943 करोड़ रुपये (10.4 अरब डॉलर) रही, जो ग्रुप का सर्वकालिक उच्च स्तर है. इसमें सालाना आधार पर 11.2% की वृद्धि दर्ज हुई है. वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही में कर-पूर्व आय 47,375 करोड़ रुपये रहा. कुल आय में 83% योगदान समूह की प्रमुख यूटिलिटी, इंफ्रास्ट्रक्चर और परिवहन इकाइयों से आया, जो समूह की स्थिर नकदी प्रवाह क्षमता को स्पष्ट करता है.

परिसंपत्तियों पर प्रतिफल में जोरदार बढ़ोतरी

अदाणी ग्रुप की परिसंपत्तियों पर प्रतिफल 15.1% पर पहुंच गया है. यह वैश्विक स्तर पर इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की कंपनियों में सबसे अधिक माने जाने वाले स्तरों में से एक है. यह संकेत देता है कि भारी पूंजीगत व्यय के बावजूद ग्रुप द्वारा खरीदी गई और विकसित की गई परिसंपत्तियां मजबूत रिटर्न दे रही हैं.

अदाणी ग्रुप का नकद भंडार 57,157 करोड़ रुपये

निवेश चक्र तेज होने के बावजूद ग्रुप का शुद्ध ऋण से कर-पूर्व आय अनुपात 3 गुना तक सुधर गया, जो ग्रुप की दी गई 3.5–4.5 गुना की मार्गदर्शन सीमा से काफी नीचे है.
समीक्षाधीन अवधि के अंत में अदाणी ग्रुप के पास 57,157 करोड़ रुपये (6.4 अरब डॉलर) का नकद भंडार था, जो उसके कुल सकल ऋण का 17% है.

हाई-रेटेड परिसंपत्तियों का मजबूत पोर्टफोलियो

समूह के बयान में बताया गया कि कर-पूर्व आय का 90% योगदान घरेलू एए रेटेड या उससे बेहतर परिसंपत्तियों से आया है. इनमें से 52% एएए-रेटेड इकाइयों से उत्पन्न हुआ, जो समूह की वित्तीय मजबूती और क्रेडिट गुणवत्ता की पुष्टि करता है.

एईएल, एजीईएल और अदाणी पावर टॉप पर

पहली छमाही में नई परिसंपत्तियों के निवेश में अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) की 17,595 करोड़ रुपये, अदाणी ग्रीन एनर्जी (एजीईएल) की 12,314 करोड़ रुपये और अदाणी पावर की 11,761 करोड़ रुपये अहम है. इन तीनों कंपनियों ने कुल निवेश में सबसे बड़ा योगदान दिया.

क्या कहते हैं कंपनी के सीएफओ

अदाणी ग्रुप के सीएफओ जुगेशिंदर सिंह ने कहा कि यह प्रदर्शन अदाणी ग्रुप के अनुशासित विस्तार को दर्शाता है. उन्होंने कहा, हमारा कोर इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस लगातार मजबूत डबल-डिजिट ग्रोथ दे रहा है. पूंजीगत व्यय दोगुना हो गया है, लेकिन ऋण संकेतक मार्गदर्शन से नीचे हैं, जो वित्तीय अनुशासन को दर्शाता है. हम जिन परिसंपत्तियों को बनाने में 25 साल लगे, उन्हें अब 1 साल में पूरा करने की तैयारी है. उन्होंने यह भी कहा कि समूह की बढ़ती घरेलू एएए रेटिंग और स्थिर अंतरराष्ट्रीय यूएसडी रेटिंग वैश्विक निवेशकों का भरोसा बढ़ा रही है.

मजबूत कैश फ्लो ने रिकॉर्ड निवेश को दिया बल

समूह का कर-पश्चात नकदी प्रवाह 65,016 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो परिचालन नकदी की मजबूती को दर्शाता है. मजबूत कैश फ्लो और पूंजी की उपलब्धता ने पहली छमाही में अब तक का सबसे बड़ा निवेश संभव बनाया.

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मजबूत आधार पर आगे बढ़ रहा अदाणी ग्रुप

अदाणी समूह की रिपोर्ट दर्शाती है कि कंपनी वित्तीय स्थिति, परिसंपत्तियों, पूंजीगत व्यय, नकदी प्रवाह और रिटर्न के मामले में मजबूत स्थिति में है. इंफ्रास्ट्रक्चर, ऊर्जा, पोर्ट्स और यूटिलिटी क्षेत्रों में आक्रामक लेकिन अनुशासित निवेश ने समूह को भारत की सबसे तेजी से बढ़ती कंपनियों में शीर्ष स्थान पर बनाए रखा है.

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