टाटा ग्रुप की कंपनी को अब हवाईअड्डा कारोबार की 49 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी GMR

नयी दिल्ली : जीएमआर इंफ्रास्ट्रक्चर ने गुरुवार को कहा कि वह हवाईअड्डा कारोबार की 49 फीसदी हिस्सेदारी टाटा समूह की कंपनी टीआरआईएल अर्बन ट्रांसपोर्ट को बेचेगी. कंपनी ने इससे पहले हवाईअड्डा कारोबार की 44.44 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की पेशकश की थी. करीब 10 महीने पहले इस सौदे की घोषणा की गयी थी. इस सौदे को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 16, 2020 10:01 PM

नयी दिल्ली : जीएमआर इंफ्रास्ट्रक्चर ने गुरुवार को कहा कि वह हवाईअड्डा कारोबार की 49 फीसदी हिस्सेदारी टाटा समूह की कंपनी टीआरआईएल अर्बन ट्रांसपोर्ट को बेचेगी. कंपनी ने इससे पहले हवाईअड्डा कारोबार की 44.44 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की पेशकश की थी. करीब 10 महीने पहले इस सौदे की घोषणा की गयी थी. इस सौदे को पिछले साल अक्टूबर में भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) की मंजूरी मिल चुकी है.

कंपनी ने बीएसई को बताया कि उसने टाटा समूह की टीआरआईएल अर्बन ट्रांसपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड को 44.44 फीसदी के बजाय 49 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का निर्णय लिया है. हालांकि, इस सौदे के लिए अभी नियामकीय मंजूरियां ली जानी हैं. इस सौदे के तहत जीएमआर हवाईअड्डों की हिस्सेदारी टीआरआईएल अर्बन ट्रांसपोर्ट, वाल्किरी इन्वेस्टमेंट और सोलिस कैपिटल को बेची जायेगी. वाल्किरी सिंगापुर के सॉवरेन वेल्थ फंड जीआईसी की इकाई है, जबकि सोलिस एसएसजी ग्रुप की निवेश इकाई है.

जीएमआर समूह नयी दिल्ली और हैदराबाद के हवाई अड्डों का परिचालन करता है. इसकी फिलिपीन और यूनान के हवाई अड्डों में भी हिस्सेदारी है. पिछले साल मार्च में की गयी घोषणा के अनुसार, जीएमआर हवाई अड्डों का मूल्यांकन 17,700 करोड़ रुपये बैठता है.

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