आर्थिक नरमी का असर : 2020 के दौरान मुंबई की संपत्ति की कीमतों में आ सकती है कुछ गिरावट

मुंबई : आर्थिक नरमी का असर देश के सबसे महंगे संपत्ति बाजार मुंबई को भी पड़ने की आशंका है. अनुमान है कि अगले साल मुंबई में संपत्ति की कीमतों में मामूली गिरावट आ सकती है. 2019 में कीमतें स्थिर थी. इस साल सितंबर तक 2.21 लाख तैयार (रेडी-टू-मूव) इकाइयां नहीं बिकने के बावजूद मुंबई के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 10, 2019 10:08 PM

मुंबई : आर्थिक नरमी का असर देश के सबसे महंगे संपत्ति बाजार मुंबई को भी पड़ने की आशंका है. अनुमान है कि अगले साल मुंबई में संपत्ति की कीमतों में मामूली गिरावट आ सकती है. 2019 में कीमतें स्थिर थी. इस साल सितंबर तक 2.21 लाख तैयार (रेडी-टू-मूव) इकाइयां नहीं बिकने के बावजूद मुंबई के रीयल एस्टेट बाजार को कीमत के मामले में स्थिर माना जाता है. पिछले एक दशक में मुंबई की प्रमुख स्थानों की आवासीय संपत्तियों के मूल्य में 12.7 फीसदी की वृद्धि देखी गयी है.

जमीन-जायदाद से जुड़े परामर्श देने वाली फर्म नाइट फ्रैंक के अध्ययन के मुताबिक, मुंबई में प्रमुख स्थानों की रिहायशी संपत्तियों का औसत पूंजी मूल्य 64,775 रुपये प्रति वर्ग फुट है, जो इसे आलीशान घर खरीदने के मामले में सबसे महंगा शहर बनाता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि कफ परेड, नेपियन सी रोड, कोलाबा, लोअर परेल, वर्ली, तारदेव, जुहू, बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी), सांताक्रूज (पश्चिम), बांद्रा (पश्चिम), खार (पश्चिम) और प्रभादेवी जैसे क्षेत्रों में आलीशान घरों की कीमतों में 2020 में एक फीसदी की गिरावट होने की संभावना है.

आलीशान घर की कीमतों में अपेक्षित वृद्धि के मामले में मुंबई विश्व स्तर पर 7वें स्थान पर है. रिपोर्ट में कहा गया है कि मुंबई में प्रमुख जगहों पर स्थित रिहायशी संपत्तियों की मांग और बिक्री दोनों में अगले साल थोड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है, जबकि आलीशान घरों की आपूर्ति में काफी कमी आने का भी अनुमान है.

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