जीरो बैलेंस वालों को भी मिलेगी चेक बुक व अन्य सुविधाएं

मुंबई : रिजर्व बैंक ने प्राथमिक खातों (बेसिक एकाउंट) के मामले में सोमवार को नियमों में कुछ छूट दी, जिससे अब ऐसे खाताधारकों को चेक बुक और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा सकेंगी, जिनके खातों में शून्य धनराशि है. इसके अलावा बैंक इन सुविधाओं के लिए खाताधारकों को कोई न्यूनतम राशि रखने के लिए नहीं […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 11, 2019 6:18 AM

मुंबई : रिजर्व बैंक ने प्राथमिक खातों (बेसिक एकाउंट) के मामले में सोमवार को नियमों में कुछ छूट दी, जिससे अब ऐसे खाताधारकों को चेक बुक और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा सकेंगी, जिनके खातों में शून्य धनराशि है. इसके अलावा बैंक इन सुविधाओं के लिए खाताधारकों को कोई न्यूनतम राशि रखने के लिए नहीं कह सकते.

प्राथमिक बचत बैंक जमा खाता (बीएसबीडी) से आशय ऐसे खातों से है जिसे शून्य राशि से खोला जा सकता है. इसमें कोई न्यूनतम राशि रखने की जरूरत नहीं है. इससे पहले नियमित बचत खाते जैसे खातों को ही चेक बुक सहित अतिरिक्त सुविधा मिलती थी. अत: इन खातों में न्यूनतम राशि रखने की जरूरत होती है. इसके अलावा अन्य शुल्क भी देने होते हैं.

वित्तीय समावेशी अभियान के तहत आरबीआइ ने बैंकों से बचत खाते के रूप में बीएसबीडी खाते की सुविधा देने को कहा है. इसमें बिना किसी शुल्क के कुछ न्यूनतम सुविधाएं उपलब्ध करायी जाती थी. रिजर्व बैंक ने कहा कि बैंक न्यूनतम सुविधाओं के अलावा चेक बुक जारी करने समेत अतिरिक्त मूल्य वर्द्धित सेवाएं देने के लिए स्वतंत्र हैं. अतिरिक्त सुविधाएं उपलब्ध कराने से ये खाते गैर-बीएसबीडी खाते नहीं हो जायेंगे. उनकी पहले वाली स्थिति बनी रहेगी.

सुविधा देकर बैंक पैसा नहीं वसूल सकते

बीएसबीडी खाते में क्या

मिनिमम बैलेंस की जरूरत नहीं

न्यूनतम सुविधाएं मुफ्त मिलती हैं.

एटीएम से 30 दिन में चार निकासी

बैंक ब्रांच में डिपॉजिट व एटीएम सुविधा

30 दिन में जमा, मूल्य की सीमा नहीं

बीते वर्ष में एनपीए 9.3 प्रतिशत पहुंचा

बैंकिंग सिस्टम में एनपीए मार्च, 2019 भारी गिरावट के साथ 11.5 प्रतिशत से घट कर 9.3 प्रतिशत पर आ गयी. क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक यह आरबीआइ के अनुमान से अधिक है. मार्च, 2015 के बाद पहली बार सरकारी और निजी दोनों के बैंकों के सकल एनपीए अनुपात में गिरावट आयी है.

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