Tata Sons ने टाटा टेली में अपने समूचे 28,651 करोड़ रुपये के निवेश को बट्टे खाते में डाला

नयी दिल्ली : टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस ने घाटे वाली दूरसंचार इकाई टाटा टेलीसर्विसेज में अपने समूचे 28,651.69 करोड़ रुपये के निवेश को बट्टे खाते में डाल दिया है. शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने यह जानकारी दी. टाटा संस इस समय टाटा टेलीसर्विसेज के उपभोक्ता मोबाइल कारोबार को भारती […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 22, 2018 10:08 PM

नयी दिल्ली : टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस ने घाटे वाली दूरसंचार इकाई टाटा टेलीसर्विसेज में अपने समूचे 28,651.69 करोड़ रुपये के निवेश को बट्टे खाते में डाल दिया है. शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने यह जानकारी दी. टाटा संस इस समय टाटा टेलीसर्विसेज के उपभोक्ता मोबाइल कारोबार को भारती एयरटेल को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में है. साथ ही, वह एंटरप्राइज खंड को अलग कर रही है और इसका विलय समूह की नेटवर्किंक इकाई टाटा कम्युनिकेशंस के साथ करने जा रही है.

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टाटा संस ने कहा कि उसके लिए टाटा टेलीसर्विसेज में अपने समूचे 28,651.69 करोड़ रुपये के निवेश को बट्टे खाते में डालना उचित है. इसका असर टाटा संस के एकीकृत शुद्ध लाभ पर दिखा है. कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 2017-18 के अंत तक 4,379 करोड़ रुपये रह गया, जो 2016-17 में 18,432 करोड़ रुपये था. एकल आधार पर टाटा संस का शुद्ध लाभ 2017-18 में छह फीसदी बढ़कर 873 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो 2016-17 में 824 करोड़ रुपये था.

टाटा टेलीसर्विसेज को 2012 में उस समय झटका लगा था, जब सुप्रीम कोर्ट ने स्पेक्ट्रम आवंटन में अनियमितता के चलते कंपनी के तीन लाइसेंस रद्द कर दिये थे. शीर्ष अदालत ने इस मामले में कई अन्य कंपनियों के लाइसेंस भी रद्द किये थे. इस घटनाक्रम के बाद टाटा टेलीसर्विसेज अपनी भागीदारी एनटीटी डोकोमो के साथ विवाद में उलझी रही, जिसने दूरसंचार कंपनी से अपने निवेश को निकालने का फैसला किया. एनटीटी डोकोमो के साथ भागीदारी समाप्त होने के बाद टाटा टेलीसर्विसेज 2017 में टाटा संस की सहायक कंपनी बन गयी थी.

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