FPI पर बढ़ा सरचार्ज वापस होने से सेंसेक्स 793 अंक उछला, निफ्टी फिर से 11 हजार के पार

मुंबई : विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) पर बढ़ा हुआ सरचार्ज वापस होने और बैंकों को एकमुश्त 70,000 करोड़ रुपये की पूंजी उपलब्ध कराने की घोषणा के बाद सोमवार को शेयर बाजार ने 793 अंक की छलांग लगा ली. बैंकों के शेयरों की अगुआई में बाजार में तेजी का रुख रहा. बंबई शेयर बाजार का 30 […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 26, 2019 6:19 PM

मुंबई : विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) पर बढ़ा हुआ सरचार्ज वापस होने और बैंकों को एकमुश्त 70,000 करोड़ रुपये की पूंजी उपलब्ध कराने की घोषणा के बाद सोमवार को शेयर बाजार ने 793 अंक की छलांग लगा ली. बैंकों के शेयरों की अगुआई में बाजार में तेजी का रुख रहा. बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स सोमवार को 1,052 अंक तक बढ़ने के बाद कारोबार की समाप्ति पर 792.96 अंक यानी 2.16 फीसदी बढ़कर 37,494.12 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान सेंसेक्स ऊंचे में 37,544.48 अंक और नीचे में 36,492.65 अंक तक आया.

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इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी एक बार फिर से 11,000 अंक के स्तर से ऊपर निकल गया. निफ्टी 228.50 अंक यानी 2.11 फीसदी बढ़कर 11,057.85 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 11,070.30 अंक और नीचे में 10,756.55 अंक तक आया. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने सोमवार एक ही दिन के कारोबार में 20 मई के बाद की सबसे ऊंची बढ़त दर्ज की है.

सेंसेक्स में शामिल शेयरों में येस बैंक के शेयर में सबसे ज्यादा लाभ दर्ज किया गया. इसके बाद एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, स्टेट बैंक, एक्सिस बैंक और कोटक बैंक के शेयर मूल्य में 5.24 फीसदी तक वृद्धि दर्ज की गयी. इसके विपरीत टाटा स्टील, सन फार्मा, हीरो मोटोकार्प, वेदांता, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा मोटर्स, मारुति सुजूकी और बजाज ऑटो का शेयर 2.01 फीसदी गिर गया.

कारोबारियों का कहना है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन से आयातित सामान पर और शुल्क लगाये जाने के बाद व्यापार युद्ध तेज होने की आशंका में एशियाई बाजारों में गिरावट का रुख रहा. शंघाई कंपोजिट इंडेक्स, हेंग सेंग, कास्पी और निक्केई सूचकांक काफी घटकर बंद हुए. हालांकि, बाद में ट्रंप ने कहा कि अमेरिका और चीन के व्यापार वार्ताकारों की जल्द ही बैठक होगी. ट्रंप ने दोनों आर्थिक महाशक्तियों के बीच व्यापार युद्ध में इसे एक अहम सफलता बताया.

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