ओमिक्रॉन से निबटने के लिए कर्मियों को किया जा रहा प्रशिक्षित, रेलवे अस्पतालों में 24 घंटे तैनात रहेंगे डॉक्टर

Bihar News पटना के प्रमंडलीय आयुक्त ने विदेश से आने वाले यात्रियों का कोरोना टेस्टिंग एवं टीकाकरण संबंधी कागजातों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया है. साथ ही स्थानीय यात्रियों के कागजातों का भी रैंडम चेकिंग करने का निर्देश दिया है.

By Prabhat Khabar | December 4, 2021 2:31 PM

पूर्व मध्य रेल की ओर से वेरिएंट ओमिक्रॉन से निबटने के लिए रेलवे अस्पतालों में तैयारी शुरू कर दी गयी है. रेलवे अस्पतालों में 24 घंटे अनुभवी चिकित्सक, नर्स व पारा मेडिकल स्टाफ तैनात रहेंगे. कोविड-19 के मरीजों को चिकित्सीय सुविधा प्रदान करने के लिए रेलवे चिकित्सालयों में मेडिकल स्टाफ को नये वेरिएंट के अद्यतन जानकारी से अपडेट कराते हुए विशेष रूप से प्रशिक्षित भी किया जा रहा है.

पूमरे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि पूर्व मध्य रेल के दानापुर, सोनपुर व पं दीनदयाल उपाध्याय मंडल रेल हॉस्पिटलों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट काम कर रहा है. केंद्रीय सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पीटल पटना, मंडल रेल हॉस्पीटल धनबाद व समस्तीपुर में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट के मशीन की स्थापना की जा रही है .यहां भी जल्द ही कार्य करना शुरू करेगा. कोविड-19 के नये वैरिएंट से उचित तरीके से निबटने के लिए उपरोक्त उपायों के साथ ही रेलवे राज्य सरकारों के अधिकारियों के साथ निरंतर समन्वय बनाये हुए है.

एयरपोर्ट पर टीकाकरण की जांच

पटना . पटना के प्रमंडलीय आयुक्त ने विदेश से आने वाले यात्रियों का कोरोना टेस्टिंग एवं टीकाकरण संबंधी कागजातों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया है. साथ ही स्थानीय यात्रियों के कागजातों का भी रैंडम चेकिंग करने का निर्देश दिया है, ताकि एयरपोर्ट पर उतरने वाले बाहर के यात्रियों के कारण लोगों के बीच कोरोना के संबंधित किसी प्रकार का खतरा ना हो. प्रमंडलीय आयुक्त पटना संजय कुमार अग्रवाल ने कोरोना की आशंका को देखते पटना एयरपोर्ट का निरीक्षण किया तथा एयरपोर्ट ऑथोरिटी एवं जिला प्रशासन की टीम के साथ बैठक की. टीकाकरण की व्यवस्था का भी जायजा लिया.

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94 लाख ने नहीं लिया दूसरा डोज

पटना. कोरोना वायरस के नये वेरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ रहा और स्वास्थ्य विभाग कोरोना वैक्सीन के दूसरे डोज को लेकर बंपर लकी ड्रॉ की योजना चला रही है. राज्य में अब भी करीब छह करोड़ लोगों को वैक्सीन का दूसरा डोज दिया जाना है. चिंता इस बात को लेकर है कि राज्य में करीब 94 लाख लोग ऐसे भी हैं जो समय पूरा होने के बाद भी वैक्सीन का दूसरा डोज लेने सेंटर तक नहीं पहुंचे हैं.

वैक्सीन के दूसरे डोज को लेकर उदासीनता दिखाने वाले राज्यों में बिहार का स्थान चौथे नंबर पर है, जबकि इस श्रेणी में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोरोना वैक्सीन के दूसरे डोज में दिलचस्पी न दिखाने वाले राज्यों के आंकड़े को सार्वजनिक किया है.

Posted by: Radheshyam Kushwaha

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