रानिल विक्रमसिंघे बने श्रीलंका के अंतरिम राष्ट्रपति, चीफ जस्टिस जयंत जयसूर्या ने दिलाई पद गोपनीयता की शपथ

प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में बताया कि प्रधान न्यायाधीश जयंत जयसूर्या ने विक्रमसिंघे (73) को श्रीलंका के कार्यवाहक राष्ट्रपति के तौर पर शपथ दिलाई. संसद अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने ने शुक्रवार को आधिकारिक रूप से घोषणा की कि राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2022 2:30 PM

कोलंबो : श्रीलंका में राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे का देश छोड़ने के बाद अपने पद इस्तीफा देने के बाद प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को अंतरिम राष्ट्रपति बनाया गया है. प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने गोटबाया राजपक्षे का उत्तराधिकारी चुने जाने तक अंतरिम राष्ट्रपति के तौर पर शुक्रवार को शपथ ग्रहण की. राजपक्षे ने दिवालिया हो चुके द्वीपीय देश की अर्थव्यवस्था को न संभाल पाने के लिए अपनी सरकार के खिलाफ प्रदर्शनों के बाद इस्तीफा दे दिया.

चीफ जस्टिस ने दिलाई शपथ

प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में बताया कि प्रधान न्यायाधीश जयंत जयसूर्या ने विक्रमसिंघे (73) को श्रीलंका के कार्यवाहक राष्ट्रपति के तौर पर शपथ दिलाई. संसद अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने ने शुक्रवार को आधिकारिक रूप से घोषणा की कि राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया है. राजपक्षे ने अपने तथा अपने परिवार के खिलाफ बढ़ते जन आक्रोश के बीच देश छोड़कर चले जाने के दो दिन बाद इस्तीफा दिया. वह देश छोड़ कर पहले मालदीव और फिर वहां से सिंगापुर चले गए हैं.

19 जुलाई को नामांकन और 20 को होगा राष्ट्रपति का चुनाव

संसद अध्यक्ष अभयवर्धने ने पार्टी नेताओं को बताया कि संसद नए अध्यक्ष का चुनाव करने के लिए 20 जुलाई को बैठक करेगी. उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन 19 जुलाई को मंगाए जाएंगे. राष्ट्रपति कार्यालय में रिक्ति की घोषणा के बारे में शनिवार को संसद को आधिकारिक रूप से सूचना दी जाएगी. अध्यक्ष ने कहा कि संविधान के अनुसार, विक्रमसिंघे राष्ट्रपति के तौर पर काम करेंगे और नए राष्ट्रपति के चुनाव की संवैधानिक प्रक्रिया पूरी होने तक राष्ट्रपति कार्यालय की शक्तियों के अनुसार दायित्वों का निर्वहन करेंगे और कामकाज संभालेंगे.

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मालदीव से सिंगापुर गए गोटबाया राजपक्षे

गोटबाया राजपक्षे ने देश के अभूतपूर्व आर्थिक संकट के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराते हुए हजारों प्रदर्शनकारियों के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास पर कब्जा जमाने के बाद शनिवार को घोषणा की थी कि वह 13 जुलाई को इस्तीफा देंगे. हालांकि, वह इस्तीफा दिए बगैर देश छोड़कर मालदीव चले गए थे. मालदीव से वह बृहस्पतिवार को सिंगापुर चले गए. बता दें कि 2.2 करोड़ की आबादी वाला देश श्रीलंका सात दशकों में सबसे खराब आर्थिक संकट से जूझ रहा है, जिसके चलते लोग खाद्य पदार्थ, दवा, ईंधन और अन्य जरूरी वस्तुएं खरीदने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

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