Coronavirus Pandemic: अपने फायदे के लिए कोरोना को लेकर चीन ने दुनिया से बोला झूठ, जानिए क्यों छुपाया असली राज़

Coronavirus Pandemic: कोरोनावायरस को लेकर चीन (China) का एक नया झूठ सामने आया है. एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दवा सप्लाई इकठ्ठा करने के मकसद से चीन ने दुनिया के सामने इस वायरस की गंभीरता के बारे में नहीं बताया. चीन का मकसद दवा इकट्ठा कर इस बीमारी से लड़ना था.

By AvinishKumar Mishra | May 4, 2020 10:20 AM

Coronavirus Pandemic: (वाशिंगटन) कोरोनावायरस को लेकर चीन का एक नया झूठ सामने आया है. एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दवा सप्लाई इकट्ठा करने के मकसद से चीन ने दुनिया के सामने इस वायरस की गंभीरता के बारे में नहीं बताया. चीन का मकसद दवा इकट्ठा कर इस बीमारी से लड़ना था.

एसोसिएट प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार चीन को इस बीमारी की गंभीरता का अंदाजा पहले ही लग चुका था, लेकिन उसने यह बात दुनिया है छुपायी. राज छुपाने का एक ही मकसद था कि दुनिया भर से चीन के मेडिकल सप्लाई चालू रहे, जिससे इस वायरस का मुकाबला किया जा सके.

चार पन्नों की मिली खुफिया रिपोर्ट की मानें तो, चीन जनवरी से ही इस वायरस की गंभीरता को जान रहा था, लेकिन उसने इसकी सूचना किसी को नहीं दी. जब चीन अपने मकसद में कामयाब हो गया तो, उसके बाद उसने यह बातें डबल्यूएचओ को बतायी.

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चार पन्नों की मिली खुफिया रिपोर्ट की मानें तो, चीन जनवरी से ही इस वायरस की गंभीरता को जान रहा था, लेकिन उसने इसकी सूचना किसी को नहीं दी. जब चीन अपने मकसद में कामयाब हो गया तो, उसके बाद उसने यह बातें डबल्यूएचओ को बतायी.

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि कोरोनावायरस की गंभीरता के बारे में जानकारी छिपाते हुए चीन ने अपने आयात में वृद्धि की जबकि चिकित्सा आपूर्ति के निर्यात में कमी की. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि चीन ने जनवरी में विश्व स्वास्थ्य संगठन को सूचित कर दिया था कि कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने वाली बीमारी है.

अमेरिका ने फिर किया दावा- कोरोनावायरस को लेकर अमेरिका और चीन के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. रविवार को एक साल फिर अमेरिकी विदेश सचिव माइक पॉम्पियो ने दावा किया है कि इस बात के काफी सबूत हैं कि कोरोना वायरस चीन के वुहान की लैब से ही पैदा हुआ था. उन्होंने वायरस के निपटने के चीन के रवैये की भी आलोचना की. हालांकि, उन्होंने इस बात का कोई जवाब नहीं दिया कि क्या वायरस को जान-बूझकर छोड़ा गया था.

दुनिया भर में 30 लाख से अधिक संक्रमित– इस घातक वायरस से दुनियाभर में 30 लाख से अधिक लोगों संक्रमित हैं, जबकि तकरीबन ढाई लाख लोग इसकी चपेट में आकर मारे जा चुके हैं. इस वायरस से इटली, चीन और अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित हैं.

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