कादरी ने पाकिस्तान छोडा, सरकार के साथ सौदेबाजी की अटकलें

लाहौर: पाकिस्तान की राजधानी में अपने दो महीने लंबे सरकार विरोधी प्रदर्शन को अचानक खत्म करने के बाद धर्मगुरु ताहिर उल कादरी ने देश छोड दिया है, जिससे ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ कोई सौदेबाजी हुई है. अपनी विदेश यात्रा से पहले पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) प्रमुख ने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 30, 2014 8:00 PM

लाहौर: पाकिस्तान की राजधानी में अपने दो महीने लंबे सरकार विरोधी प्रदर्शन को अचानक खत्म करने के बाद धर्मगुरु ताहिर उल कादरी ने देश छोड दिया है, जिससे ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ कोई सौदेबाजी हुई है. अपनी विदेश यात्रा से पहले पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) प्रमुख ने कहा कि उनकी यात्रा का उद्देश्य अपनी पार्टी को संगठित करना और उसके लिए कोष जुटाना है. जियो न्यूज की खबर के मुताबिक कनाडा अधारित धर्मगुरु ने कहा कि पीएटी के धरना ने कामगारों और आम आदमी में राजनीतिक जागरुकता पैदा की है तथा उनकी यात्रा के बाद राष्ट्रीय राजनीति में बदलाव आएगा.

कादरी ने कल देश छोडा है. हालांकि उन्होंने 17 नवंबर को लौटने की बात कही है. वहीं, विपक्षी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने आरोप लगाया है कि कादरी ने शरीफ बंधुओं के साथ एक सौदेबाजी करने के बाद अपना धरना खत्म कर दिया और देश छोड कर चले गए.
पीपीपी के वरिष्ठ नेता राजा रियाज ने दावा किया, ‘‘कादरी को धरना खत्म करने के लिए पीएमएल.. एन सरकार से 65 करोड रुपये मिले थे. सरकार सौदेबाजी के तहत करीब 40 मामले बंद भी करेगी जिनमें एक देशद्रोह का मामला और उनके खिलाफ हत्या के आरोप शामिल हैं.’’ रियाज ने आरोप लगाया कि शरीफ और कादरी के कुछ मित्रों ने उनके बीच सौदेबाजी में मध्यस्थता की.
उन्होंने बताया, ‘‘इमरान खान के साथ सरकार को अपदस्थ करने में नाकाम रहने के बाद कादरी सम्मानजनक तरीके से देश छोडना चाहते थे और शरीफ ने उन्हें कनाडा की वापसी के लिए एक उपयुक्त मंच मुहैया कराया.’’ हालांकि कादरी ने सरकार के साथ किसी तरह की सौदेबाजी की बात से इनकार किया है. उन्होंने कहा, ‘‘यदि शरीफ के साथ सौदेबाजी को कोई साबित कर दे तो मैं पांच करोड रुपया दूंगा.’’

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